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- The Number Of Colleges In Dhedhar And Karahal Doubled In Three Years, Even In The New Semester, In The Building Of Jugaad
श्योपुर17 घंटे पहले
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- जिले में तीन साल पहले खुले तीनों नए सरकारी कॉलेज के लिए अब तक बिल्डिंग तैयार नहीं
- श्योपुर के मॉडल गर्ल्स कॉलेज के लिए तय रकम से ज्यादा का टेंडर जारी किया, 80% निर्माण के बाद भवन का काम अटका
ग्रामीण क्षेत्रों में उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जिले में तीन नए शासकीय कॉलेज एक साथ खाेले गए थे। वर्ष 2017-18 में स्थापित तीनों स्नातक कॉलेजों में बीए, बीएससी और बीकॉम फैकल्टी संचालित है। इन काॅलेज में हर साल छात्र संख्या बढ़ रही है। काेराेना संक्रमण की वजह से अभी यह तय नहीं है कि कालेज में नियमित कक्षाएं कब से शुरू हाेंगी। नवंबर के बाद ही कालेज खुलने की संभावना है लेकिन लगातार तीसरे शिक्षण सत्र में भी तीनों काॅलेज में कक्षाएं जुगाड़ के भवनों में ही लगेंगी।
श्योपुर जिला मुख्यालय पर शासकीय आदर्श कन्या महाविद्यालय के लिए शहर के बायपास रोड पर 8 कराेड़ 40 लाख रुपए की लागत से निर्माणाधीन भवन का काम टेंडर प्रक्रिया के दाैरान उच्च शिक्षा विभाग से हुई चूक के कारण डेढ़ साल से लटका है। इसलिए छात्राओं की क्लास शासकीय पीजी कॉलेज में लगेगी। उधर ढोढर और कराहल में कालेज के लिए सिर्फ जमीन आवंटित हुई है। ढाेढर में कॉलेज शासकीय मिडिल स्कूल भवन में संचालित है जबकि कराहल में कॉलेज के बच्चे शासकीय मॉडल स्कूल भवन के दो कमरे में बैठकर पढ़ाई करेंगे।
खास बात यह है कि तीन साल के भीतर इन कॉलेजों में प्रवेश लेने वाले छात्र-छात्राओं की संख्या दोगुनी बढ़ गई है। मॉडल गर्ल्स कॉलेज में बीए, बीएससी बायो, मैथ बीकॉम क्लास में 400 छात्राओं ने एडमिशन ले रखा है। यहां विद्यार्थियों के लिए खेल मैदान तो दूर विज्ञान प्रयोगशाला और पुस्तकालय तक नहीं है। चालू शिक्षा सत्र में विद्यार्थियों काे बिना किताब और स्टेशनरी के ही ऑनलाइन पढ़ाई करनी पड़ रही है।
उच्च शिक्षा विभाग ने टेंडर दिया था 9.60 कराेड़ में, राशि मंजूर हुई सिर्फ 8.40 कराेड़
पीआईयू ने 20 फीसदी राेका काम
श्याेपुर शहर में शासकीय मॉडल गर्ल्स कॉलेज के लिए बायपास राेड पर बिल्डिंग का काम 80 फीसदी पूरा हाेने के बाद डेढ़ साल से रुका हुआ है। उच्च शिक्षा विभाग ने भवन के लिए प्रशासकीय स्वीकृति तय रकम से ज्यादा जारी कर दी। विभाग ने वर्ष 2018 में कालेज भवन की मंजूरी के साथ ही 9.60 कराेड़ रुपए का टेंडर पास कर दिया था। इसमें निर्माण एजेंसी पीआईयू ने बिल्डिंग का काम 80 फीसदी करवा दिया। इसके बाद विभाग की आंखें खुली और पीआईयू काे लिखा कि तय मापदंड के अनुसार भवन निर्माण राशि 8.40 लाख रुपए से ज्यादा नहीं दी जा सकती है।
यह गर्ल्स कॉलेज भवन राष्ट्रीय उच्च शिक्षा अभियान के तहत बन रहा है। श्योपुर के भवन के लिए उच्च शिक्षा विभाग ने सीमा से अधिक राशि का टेंडर जारी कर दिया था। काम शुरू हाेने के डेढ़ साल बाद टेंडर की राशि घटाने से नाराज पीआईयू ने बाकी 20 फीसदी काम राेक रखा है। निर्माणाधीन बिल्डिंग में अभी फिनिशिंग, रैंप, सीढ़ी, लाइट फिटिंग आदि काम बाकी है। अब इस विवाद का समाधान केंद्र स्तर पर हाेना है। फिलहाल चालू शिक्षा सत्र में नई बिल्डिंग में मॉडल गर्ल्स कॉलेज शिफ्ट होने की कोई संभावना नहीं है।
कराहल…. महाविद्यालय में सिर्फ दो कमरों में बैठेंगे 200 छात्र-छात्राएं
कराहल में शासकीय महाविद्यालय के लिए श्याेपुर-शिवपुरी राेड पर जमीन आवंटित कर दी गई है, लेकिन भवन के लिए बजट का काेई पता नहीं है। यहां कालेज मॉडल हायर सेकंडरी स्कूल के दो कमरों में लगता है। ऑफिस के नाम पर कोने में रखी हुई एक अलमारी है।