25 कराेड़ रूपए की लागत से सीवर ट्रीटमेंट प्लांट तैयार, टैंकों में ट्रायल के लिए भरा जाएगा पानी

25 कराेड़ रूपए की लागत से सीवर ट्रीटमेंट प्लांट तैयार, टैंकों में ट्रायल के लिए भरा जाएगा पानी


मुरैना17 घंटे पहले

  • कॉपी लिंक

शहर में सीवर कनेक्शन देने का काम तेजी से चल रहा है।

  • दिसंबर तक 10 हजार घरों में सीवर कनेक्शन दिए जाने का लक्ष्य निर्माण एजेंसी को दिया गया है

सीवर ट्रीटमेंट प्लांट बनकर तैयार हो चुका है। चुनाव बाद 7 नवंबर काे पुष्य नक्षत्र में एसटीपी के दो टैंकों में पानी भरकर उसकी ट्रायल शुरू की जाएगी। 15 से 20 दिन के परीक्षण के बाद 25 करोड़ के इस संयंत्र को सीवर प्रोजेक्ट के लिए नगर निगम के हैंडओवर कर दिया जाएगा। इधर दूसरी ओर शहर के 7 वार्डों में अब तक 5000 सीवर कनेक्शन देने का काम भी कंपनी ने पूरा कर लिया है।

स्टैंडर्ड इंफ्राटेक प्रालि की मानें तो 30 नवंबर तक 25 एमएलडी क्षमता के सीवर ट्रीटमेंट प्लांट की ट्रायल का काम पूरा हो चुकेगा। उसके बाद एसटीपी को सीवर लाइन से कनेक्ट कर दिया जाएगा ताकि दिसंबर तक जितने कनेक्शन हो जाएंगे उनके मल-जल शोधन का काम सीवर ट्रीटमेंट प्लांट में शुरू हाे सके। प्रोजेक्ट डायरेक्टर का कहना है कि चुनाव बाद 7 नवंबर काे पुष्य नक्षत्र के दिन एसटीपी की ट्रायल शुरू करेंगे इसके लिए उस दिन दोनों टैंकों में पानी भरने का काम शुरू होगा।

चार से पांच दिन पानी भरने में लगेंगे उसके बाद एसटीपी स्थापित करने वाली कंपनी के एक्सपर्ट पूरे प्लांट की 15 से 20 दिन तक ट्रायल कर यह चेक करेंगे कि प्लांट की वर्किंग में कोई कमी हो तो उसे दुरुस्त कर लिया जाए। यहां बता दें कि सुंदरपुर में बनाए गए सीवर ट्रीटमेंट प्लांट में सीवर लाइन से पहुंचने वाली गंदगी में मल-जल अलग-अलग किया जाएगा।

वहीं सीवर कंपनी को नगर निगम ने लक्ष्य दिया है कि दिसंबर 2020 तक 11 वार्डों के 10 हजार घरों में सीवर कनेक्शन का पूरा कर लिया जाए। कंपनी ने 2 नवंबर तक वार्ड 15,16,35,36,38,41 व 42 के 5000 घरों में सीवर कनेक्शन देने का काम पूरा कर लिया है। कंपनी का दावा है कि दिसंबर तक लक्ष्य को पूरा कर लिया जाएगा। मार्च तक 26 हजार घरों में सीवर कनेक्शन देने का काम पूरा हो जाएगा।

वाटर लाइन बिछने के बाद ही दुरुस्त होंगी सड़क
शहर के 25 वार्डों की सड़कें सीवर की खुदाई के कारण उखड़ गईं। उनमें से कई सड़कों को तो सीवर कंपनी ने रिपेयर करा दिया लेकिन अभी भी 10 से 15 मोहल्लों की सड़क ऐसी हैं जिनको नए सिरे से बनाने की जरूरत है। इस हाल में नगर निगम का कहना है कि अब तक शहर में चंबल वाटर प्रोजेक्ट के लिए जब खुदाई होगी उसके बाद ही सड़कों को नए सिरे से बनाने का काम शुरू होगा। कहने का तात्पर्य है कि 3 साल से पहले सड़कों की दशा सुधरने की स्थिति नहीं बनेगी।

चंबल वाटर प्राेजेक्ट के बिना अधूरा रहेगा सीवर
सीवर को बहाने के लिए पर्याप्त पानी की जरूरत होती है। इसके लिए प्रति व्यक्ति 135 लीटर पानी प्रतिदिन दिए जाने का प्रावधान है। लेकिन मुरैना में जलस्रोतों की कमी के कारण लोगों को प्रतिदिन 65 लीटर पानी प्रति व्यक्ति ही मिल पा रहा है। चंबल वाटर प्राेजेक्ट को कंपलीट होने में 2 साल से अधिक वक्त लगेगा तब तक सीवर प्रोजेक्ट की वर्किंग अपेक्षा अनुरूप ठीक नहीं रहेगी। सीवर को सिर्फ उन घरों से सपोर्ट मिल सकेगा जिनमें बोर लगे हुए हैं और सीवर बहाने के लिए वह समुचित पानी निकाल सकते हैं।



Source link