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- In Sumavali Jaura, From Where The Congress Hopes, Less Than 50% Voting In The Same Villages And Towns, 68% Turnout In Congress dominated 84 Polling In Morena Rural.
मुरैना6 घंटे पहले
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मतदान के बाद रात मंगलवार-बुधवार की 2 बजे तक पॉलिटेक्निक में ईवीएम जमा करते कर्मचारी।
- सुमावली में सिकरवारी क्षेत्र में 50 प्रतिशत से कम मतदान, गुर्जर बाहुल्य इलाकों में 70 प्रतिशत से अधिक
- जौरा शहर, अलापुर व कैलारस कस्बे की पोलिंग पर 62 हजार में से सिर्फ 18 हजार 597 लाेग ही वोट डालने पहुंचे
पांच सीटों पर उपचुनाव की वोटिंग हो चुकी है। अब प्रत्याशी अपनी-अपनी पोलिंगों पर वोटिंग प्रतिशत के आधार पर जीत-हार का गणित लगाने में जुटे हुए हैं। जिलेभर में 62 प्रतिशत वोट डले हैं लेकिन सभी दल अपनी-अपनी जीत का दावा कर रहे हैं। विधानसभावार देखें तो दावे के विपरीत सुमावली में पीएचई मंत्री ऐदल सिंह कंषाना के खिलाफ ठाकुर, कुशवाह व अन्य जाति के लोग वोट करने का दावा कर रहे हैं लेकिन इस विस में गुर्जर बहुल इलाके में बंपर वोटिंग हुई है और विरोधी खेमे ठाकुरों के गांवों में 50 प्रतिशत से भी कम वोट डल सके हैं।
इसी प्रकार जौरा विस में भाजपा के सूबेदार सिंह रजौधा के विरोध वाले इलाकों जौरा व कैलारस शहर में वोटिंग 45 प्रतिशत से भी कम है वहीं उनके करके (सिकरवार बहुल इलाकों) में बंपर वोटिंग हुई है। मुरैना विधानसभा की बात करें तो सबसे अधिक वोट शहरी क्षेत्र में हैं, लेकिन शहर की 187 पोलिंगों पर 1 लाख 48 हजार 279 वोट में से सिर्फ 74 हजार वोट डले हैं। वहीं ग्रामीण क्षेत्र मे 1 लाख 6 हजार में से 72 हजार के करीब वोट डाले गए। हकीकत यह है कि कांग्रेस ग्रामीण क्षेत्र में मजबूत है और भाजपा व बसपा समर्थक वोटर शहरी व बानमोर कस्बे में है।
सुमावली में सिकरवारी क्षेत्र के गांवों में भाजपा का विरोध, लेकिन वोटिंग 50% से कम
सुमावली विधानसभा की बात करें तो यहां भाजपा प्रत्याशी पीएचई मंत्री ऐदल सिंह कंषाना का सीधा मुकाबला कांग्रेस के अजब सिंह से है। अजब सिंह के पास खुद के समाज की 35 हजार से अधिक वोट बैंक है लेकिन उनकी जीत-हार सिकरवारी घार यानि सिकरवार बहुल इलाकों से ही होगी। लेकिन सिकरवार बहुल गांव विंडवा देवगढ़, नंदपुरा, बराहना, गुढ़ा चंबल, तुस्सीपुरा, खांड़ौली बहरारा, वरवासिन, खाड़ौली, सिहोरी, नहरावली, गलेथा, भैंसरोली, बागचीनी, मोधनी सामंत, मोधनी जवाहर, नंद गांगौली में वोटिंग प्रतिशत 50 प्रतिशत से भी कम है।
गुर्जर बहुल इलाकों में 70% वोटिंग, जौरी में 7 हजार में से 5 हजार वोट डले
सुमावली विधानसभा के गुर्जर व ऋषीश्वर ब्राह्मण बहुल गांव कुम्हेरी, उम्मेदगढ़ वांसी, सांटा, वीरमपुरा, चैना, हड़वांसी, जाफराबाद, उरहेड़ी, इमलिया, ककरधा, छैरा, मैनाबसई, टिकटौली गुर्जर, सुमावली, बड़ौना, दुल्हेनी, शहदपुर, निटहरा, अटा, घुरैया बसई, महाराजपुर, जौराखुर्द, जौरी, हांसई मेवदा, हेतमपुर, हुसेरनपुर, नायकपुरा, गड़ौरा में 70 प्रतिशत से अधिक वोट डले हैं। वहीं पीएचई मंत्री ऐदल सिंह कंषाना के निवास विस्मिल नगर (जौरी गांव) की 7 से अधिक पोलिंग पर 7 हजार 946 में से 5 हजार से अधिक वोट यानि 70 प्रतिशत वोटिंग हुई है। इन्हीं पोलिंग पर रीपोल कराने की मांग कांग्रेस प्रत्याशी अजब सिंह ने निर्वाचन आयोग से की है।
दिमनी-अंबाह क्षेत्र में 55 प्रतिशत महिलाएं ही वोट डालने अपने घरों से निकलीं
अंबाह विधानसभा की बात करें तो यहां भाजपा प्रत्याशी राज्यमंत्री गिर्राज डंडौतिया का मुकाबला कांग्रेस के रविंद्र भिड़ौसा तथा अंबाह में निर्दलीय मोंटी छारी भाजपा-कांग्रेस की टक्कर में हैं। लेकिन इन दोनों ही विधानसभा में महिलाओं की वोटिंग सबसे कम रही है। दिमनी में 64.74 प्रतिशत पुरुष तथा 56.25 प्रतिशत महिलाओं तथा अंबाह में 57.59 प्रतिशत पुरुष व 50.47 प्रतिशत महिलाओं ने वोट डाला है। अंबाह में अंबाह व पोरसा शहर में वोटिंग प्रतिशत 50 से कम रहा है। ऐसे में यहां समीकरण त्रिकोणीय नजर आ रहे हैं।
मुरैना शहर में वोटिंग प्रतिशत कम, गांवों में बंपर वोटिंग
- मुरैना विधानसभा की बात करें तो यहां शहर की 187 पोलिंगों पर 1 लाख 48 हजार 279 वोट हैं, जिनमें से सिर्फ 74 हजार वोट डले।
- जबकि ग्रामीण क्षेत्र की एक लाख छह हजार वोटिंग में से 72 हजार 106 वोट ही डले।
- यहां बता दें कि मुरैना शहर में भाजपा, बसपा के साथ कांग्रेस ने भी वोट समेटे हैं। जबकि मुरैना ग्रामीण में कांग्रेस मजबूत है।
- वहीं गुर्जरघार के गांवो की 84 पोलिंग पर 64 हजार वोट में से 43 हजार 834 वोट डले हैं।