इंदौर22 मिनट पहले
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प्रतीक उर्फ पारुल ने सट्टा के कारोबार में दो अन्य साथियों को शामिल किया।
ट्रेन एक्सीडेंट में पैर गंवाने के बाद क्रिकेट मैच के सट्टे में लिप्त आरोपी औऱ उसकी गैंग के खिलाफ पुलिस ने धोखाधड़ी का भी केस दर्ज किया है। आरोपी फर्जी नाम व पते के डायक्यूमेंट्स से सिम लेकर सट्टा संचालित कर रहे थे। क्राइम ब्रांच ने महालक्ष्मी नगर में आईपीएल का सट्टा पकड़कर लसूड़िया पुलिस को सौंपा था। पुलिस ने प्रतीक के पास से 6, योगेश के पास से 4 मोबाइल जब्त किया था। जांच में पाया गया कि आरोपियों ने अपनी पहचान छिपाई औऱ अन्य लोगों के नाम पर मोबाइल सिम इश्यू करवाई। इस तरह धोखाधड़ी कर अवैध लाभ उठाना चाहा।

पुलिस को 14 मोबाइल, टीवी सहित अन्य सामान मिला।
यह है मामला
क्राइम ब्रांच काे सूचना मिली थी कि लसूड़िया क्षेत्र में एक व्यक्ति अपने घर में अाईपीएल के हार-जीत पर सट्टा लेने का काम करता है। इस पर टीम ने लसूड़िया पुलिस के साथ मुखबिर के बताए स्थान पर घेराबंदी कर 3 संदिग्धों को पकड़ा। इन्होंने अपना नाम आनंद पिता रुस्तम सिंह इंदौर निवासी- 277 एमआर 5 महालक्ष्मी नगर, प्रतीक उर्फ पारुल पिता गोपालदास अग्रवाल निवासी 277 एमआर 5 महालक्ष्मी नगर और योगेश राठौर पिता गुलाब राठौर निवासी ग्राम- साडसकला बुरहानपुर वर्तमान पता चित्रा नगर इंदौर का होना बताया।
हादसे में पैर गंवाए तो लगवाने लगा सट्टे पर दांव
मुख्य सटोरिए प्रतीक उर्फ पारुल से पूछताछ करने पर उसने बताया कि कुछ साल पहले सड़क हादसे में उसे दोनों पैर गंवाने पड़े। तब से ही वह आईपीएल सट्टा चला रहा है, जिसकी लाइन हैदराबाद से आनलाइन ली है। आरोपी ने यह भी बताया कि वह रुपयों के लालच में खुद के घर पर ही क्रिकेट का सट्टा चला रहा था। आरोपी आईपीएल लीग के समय से ही क्रिकेट का सट्टा चला रहा है। 3 नवंबर को जब सनराइसेस हैदराबाद के खिलाफ मंबई इंडियन्स का खेल चल रहा था, तभी टीम ने यहां दबिश दी।
यह मिला इनके पास से
आरोपी आनंद, योगेश प्रतीक उर्फ पारुल के साथ सट्टा के कारोबार में लिप्त हैं। इनके पास से 38645 रुपए नकद, 15 मोबाइल, 2 लैपटॉप, 2 एलईडी टीवी, 1 एयरटेल वाईफाई, 2 वाईफाई जिओ, 11 चेकबुक, 8 पासबुक, 1 कैल्क्युलेटर, 13 डायरी, हिसाब-किताब के कई पन्ने अाैर अन्य दस्तावेज मिले हैं।