मध्य प्रदेश बीजेपी ने अपनी तीन बागी नेताओं को नोटिस भेजा है.
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में उपचुनाव (By election) के दूसरे दिन ही बीजेपी (BJP) ने पार्टी के तीन बागी नेताओं को नोटिस थमाया है. पार्टी ने इन नेताओं से सात दिनों के अंदर जवाब देने के लिए कहा है.
- News18Hindi
- Last Updated:
November 5, 2020, 10:05 AM IST
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष की ओर से जारी किए गए नोटिस में तीनों नेताओं को अनुशासन के दायरे में रहते हुये जवाब पेश करने के लिए 7 दिन का वक्त दिया गया है. सात दिन के भीतर इनकी ओर से जवाब पेश नहीं करने या फिर जवाब संतोषजनक नहीं देने पर इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सकती है.
बता दें कि गौरीशंकर शेजवार और उनके बेटे मुदित शेजवार पर सांची विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में बीजेपी प्रत्याशी प्रभु राम चौधरी के समर्थन में काम ना करने के आरोप लगे थे, दोनों को उप चुनाव से ठीक पहले बीजेपी प्रदेश मुख्यालय भी तलब किया गया था. गजराज सिंह सिकरवार सतीश सिकरवार के पिता हैं. सतीश ने उप चुनाव से पहले पार्टी बदल कर कांग्रेस ज्वाइन कर ली थी और ग्वालियर पूर्व से कांग्रेस के टिकट पर ही चुनाव लड़ा है, इनके पिता गजराज सिंह पर पार्टी के खिलाफ काम करने के आरोप लगे थे जिसे अनुशासनहीनता माना गया है.
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इन तीन नेताओं को नोटिस जारी करने से पहले बीजेपी उपचुनाव के ठीक एक दिन पहले पूर्व विधायक सत्यपाल सिंह सिकरवार पर भी कार्रवाई कर चुकी है. सत्यपाल सिंह सिकरवार को उप चुनाव के ठीक पहले पार्टी ने अनुशासनहीनता के आरोपों के चलते निष्कासित कर दिया था. सत्यपाल सिकरवार सतीश सिकरवार के भाई हैं और सुमावली से विधायक रह चुके हैं. इन्होंने भी उपचुनाव के दौरान बीजेपी प्रत्याशी के समर्थन में दिए गए काम को नहीं किया था, यही वजह है कि प्रदेश अध्यक्ष की ओर से उन्हें निष्कासित कर दिया गया है.
उपचुनाव में भारी तो नहीं पड़ेगी नाराज़गी
बीजेपी की ओर से इन नेताओं के खिलाफ की गई कार्रवाई से एक बात तो साफ है कि इनको लेकर नाराजगी की चल रहीं खबरें पुख्ता थीं. ऐसे में अब उपचुनाव हो चुके हैं और अगर इन नेताओं ने पार्टी के खिलाफ काम किया तो कहीं यह नाराजगी बीजेपी को उपचुनाव में भारी तो नहीं पड़ जाएगी. आपको बता दें कि उपचुनाव की 28 विधानसभा सीटों के लिए 3 नवंबर को वोट डाले गए हैं, जबकि इनके नतीजे 10 नवंबर को सामने आएंगे.