खंडवा15 घंटे पहले
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- नकली अंकसूची पर नौकरी करने वाले शिक्षक की दो दिन की रिमांड बढ़ाई
स्नातक की फर्जी अंकसूची बनाकर दस साल तक शिक्षा विभाग में नौकरी करने वाले आरोपी मोहन सिंह काजले को कोतवाली पुलिस ने सोमवार शाम 4 बजे कड़ी सुरक्षा में सीजेएम लक्ष्मण वर्मा के न्यायालय में पेश किया। आरोपी के वकील ने जमानत देने का आग्रह कर तर्क दिया कि मामला पुराना है व आरोपी और फरियादी के बीच पूर्व से विवाद चल रहा है, पॉक्सो व दुष्कर्म का प्रकरण दर्ज होने के बाद आरोपी मोहन काजले को झूठा फंसाया गया है। वहीं शासन की ओर से अभियोजन अधिकारी रूपेश तमोली ने जमानत आवेदन पर आपत्ति लेते हुए दो दिन अतिरिक्त रिमांड की मांग की। आरोपी के कब्जे से नकली अंकसूची बनाने वाला कंम्प्यूटर, स्कैनर जब्त करना है। साथ ही उस फर्जी अंकसूची बनाने वाले रैकेट तक भी पहुंचना है। शाम चार बजे आरोपी को कोतवाली एसआई भुवन वास्कले व सशस्त्र पुलिसबल के जवान न्यायालय लेकर पहुंचे। आरोपी के परिजन ने कहा हमारे बच्चे को पुलिस ने झूठे प्रकरण में फंसाया है। नकली अंकसूची पर उसने नौकरी की और जब अहसास हुआ तो स्वयं नौकरी से त्यागपत्र दे दिया। न्यायालय में पेशी के दौरान आरोपी मोहन काजले ने कहा कि मैं सब को देख लूंगा।
विभाग कर रहा आरोपी के निलंबन की तैयारी
आरोपी मोहन को पूर्व में छैगांवमाखन के बेड़ियाव स्थित आदिम जाति विभाग के छात्रावास में अधीक्षक के पद पर नियुक्ति दी गई थी। शिकायत के बाद उसे खालवा में अपने मूल पद सहायक अध्यापक के पद पर पदस्थ किया है। आदिम जाति विभाग द्वारा आरोपी के निलंबन की तैयारी की जा रही है।