पमरे जोन की नई उपलब्धि: जबलपुर से बांग्लादेश के लिए 24 रैक की मालगाड़ी रवाना, 1400 टन के टावर और स्टील है लोड

पमरे जोन की नई उपलब्धि: जबलपुर से बांग्लादेश के लिए 24 रैक की मालगाड़ी रवाना, 1400 टन के टावर और स्टील है लोड


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जबलपुर11 मिनट पहले

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बांग्लादेश के लिए मालगाड़ी को हरी झंडी दिखाते हुए डीआरएम संजय विश्वास

  • पश्चिम मध्य रेलवे (पमरे) जोन में पहली बार इंटरनेशनल ट्रांसपोर्टेशन की शुरूआत
  • जबलपुर रेल मंडल को मिलेंगे 43 लाख रुपए किराया, आगे भी कमाई का खुला रास्ता

पश्चिम मध्य रेलवे (पमरे) जोन में पहली बार इंटरनेशनल ट्रांसपोर्टेशन की शुरूआत हुई। जबलपुर के गोसलपुर मालगोदाम से रेलवे ने 24 बोगी की मालगाड़ी को बांग्लादेश के लिए रवाना किया। मालगाड़ी में 1400 टन के लगभग टावर और स्टील लोड है। पनागर स्थित रैपुरा स्टील फैक्ट्री ने उक्त माल बांग्लादेश को सप्लाई किया है। इससे रेलवे को जहां किराया के तौर पर 43 लाख रुपए मिलेंगे। वहीं आय के नए विकल्प खुलने से आगे भी उसे आमदनी होती रहेगी। जबलपुर रेल मंडल के डीआरएम ने गुरुवार को हरी झंडी दिखाकर इस मालगाड़ी को रवाना किया।

जबलपुर रेल मंडल के इतिहास में यह पहला मौका है जब कोई मालगाड़ी विदेश के लिए रवाना हुई। रेलवे इन दिनों अपनी आमदनी बढ़ाने पर जोर दे रहा है। इस वजह से ट्रेन लोडिंग के नियमों को आसान बनाया गया है। बांग्लादेश भेजी गई इस मालगाड़ी से रेलवे मंडल को तकरीबन 43 लाख का किराया मिलेगा। डीआरएम संजय विश्वास ने बताया कि गोसलपुर मालगोदाम से रैक लोड किया गया। इनलैंड वर्ल्ड लॉजिस्टिक्स नाम की कंपनी ने आयरन और स्टील के टावर पार्ट्स सप्लाई किए। पहला रैक बांग्लादेश रेलवे के बेनपोल स्टेशन के लिए रवाना किया गया है।
अन्य पड़ोसी देशों में भी भेजेंगे माल
यह मालगाड़ी कटनी-सिंगरौली मार्ग से आसनसोल, वर्धमान, बनगांव से भारतीय सीमा के अंतिम स्टेशन पेट्रापोल होते हुए बांग्लादेश में प्रवेश करेगी। मालगाड़ी के 24 डिब्बों में लगभग 1400 टन वजन के आयरन और स्टील टावर लदे हैं। ये मोबाइल टावर बांग्लादेश के विभिन्न शहरों में लगाए जाएंगे। रेलवे ट्रांसपोर्ट कंपनी के अधिकारियों का कहना है यह अभी शुरुआत है। मुंबई की इस कंपनी को 50 हजार टन से अधिक का परिवहन करना है। आगे भी बांग्लादेश सहित अन्य पड़ोसी देशों में मालगाड़ी से माल का परिवहन होगा।



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