नई दिल्ली: खेल मंत्रालय ने अगले 4 साल में खेलो इंडिया योजना के तहत 500 निजी एकेडमियों को आर्थिक सहायता देने के लिये नए प्रोत्साहन ढांचे का ऐलान किया है. इसके तहत निजी एकेडमियों को उनके खिलाड़ियों की उपलब्धियों और गुणवत्ता , कोचों के स्तर, खेल के स्तर , खेल विज्ञान सुविधाओं की उपलब्धता और स्टाफ के आधार पर अलग अलग वर्गों में बांटा जाएगा.
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इसके लिए 2028 ओलंपिक के लिए प्राथमिकता के तौर पर चुने गए 14 खेलों को शामिल किया गया है. खेलमंत्री किरेन रिजिजू (Kiren Rijiju) ने कहा, ‘इस तरह की संस्थाओं को सहयोग करना जरूरी है ताकि दूर दराज के इलाकों से प्रतिभाओं को तलाशा और तराशा जा सके. इसके जरिये सभी अकादमियों खासकर बुनियादी ढांचा बेहतर करने की दिशा में कोशिश कर रही निजी एकेडमियों को मदद मिलेगी.’
I am happy to share a good news this Diwali. In a first-time move following PM @narendramodi Ji’s vision, Sports Ministry will provide incentives to 500 private academies under Khelo India. In the first phase, monetary assistance will be given to 14 Olympic sports disciplines. pic.twitter.com/jXxpceS5Nn
— Kiren Rijiju (@KirenRijiju) November 14, 2020
ओलंपिक मेडिल विनर और निशानेबाज गगन नारंग (Gagan Narang) ने इस पर कहा, ‘यह निजी एकेडमियों का मनोबल बढाने की दिशा में बढ़ा कदम है. इससे उन्हें आगे भी विश्व स्तरीय आधारभूत संरचना तैयार करने में मदद मिलेगी.’ गगन नारंग भी निजी एकेडमी ‘गन फोर ग्लोरी’ चलाते हैं.
Wishing Honorable @KirenRijiju Ji a Very Happy Diwali..This move will burn the fire inside bright and give the necessary thrust that these mini centers of talent need to produce future champions. #HappyDiwali2020 https://t.co/VnUXX8yaJP
— Gagan Narang (@gaGunNarang) November 14, 2020
राष्ट्रीय बैडमिंटन कोच पुलेला गोपीचंद (Pullela Gopichand) ने सरकार और भारतीय खेल प्राधिकरण (Sports Authority of India) का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि यह आगे की ओर बढाया गया महत्वपूर्ण कदम है.
(इनपुट-भाषा)