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उज्जैन4 घंटे पहले
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तहसीलदाार को ज्ञापन देते अग्नि अखाड़े के महंत रमेशानंद जी
- एसडीएम ने कहा, खनन का पट्टा दिया गया है
- निर्धारित पट्टे से अधिक भूमि पर हो रहे खनन की कराएंगे सीमांकन
उज्जैन में विक्रम पर्वत पर बसे पौराणिक भवानी माता मंदिर के पास हो रहे खनन को लेकर अग्नि अखाड़े के महंत रमेशानंद ब्रम्हचारी ने कलेक्टर से शिकायत की है। महंत का कहना है कि खनन से मंदिर के ढहने का खतरा पैदा हो गया है। मंगलवार को महंत ने तहसीलदार को ज्ञापन देकर खनन रोके जाने की मांग की है। महंत ने बताया कि घटि्टया तहसील के आजमपुरा गांव स्थित विक्रम पर्वत पर प्राचीन काल का भवानी माता मंदिर है। पर्वत पर चल रहे खनन से मंदिर का अस्तित्व खतरे में है। खनन के कारण पर्यावरण काे नुकसान तो पहुंचेगा ही साथ-साथ सिंहस्थ महाकुंभ के लिए जमीन नहीं बचेगी। कलेक्टर को संबोधित ज्ञापन में लिखा है कि आजमपुरा गांव पथरीली भूमि पर बसा है। खनन के कारण आवागमन पर असर होगा। खदानों में पशु गिर जाते हैं। पशुओं के लिए जो थोड़ी बहुत जमीन है उस पर खनन हो जाने से पशुओं के लिए चारे का संकट पैदा हो जाएगा। इससे पहले भी स्थानीय प्रशासन को इस बारे में जानकारी दी गई लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। उधर, एसडीएम आशीष दुबे ने बताया कि प्रशासन की ओर से खनन का पट्टा दिया गया है। निर्धारित भूमि से अधिक जमीन पर खनन हो रहा होगा तो खनन विभाग से फिर से सीमांकन कराएंगे।