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खंडवा4 मिनट पहले
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- कारण : कम वोल्ट के एलईडी बल्ब, सीरिज व घरों की छत पर 1 किलोवाट तक के छोटे सोलर प्लांट लगाना है, दीपावली के दिन जिले में 202 मेगावाट बिजली की हुई खपत
दीपावली पर हर साल शहर व ग्रामीण क्षेत्रों के घरेलू व गैर घरेलू उपभोक्ता 17 मेगावाट बिजली की खपत करते हैं, लेकिन इस साल सिर्फ 12 मेगावाट का ही उपयोग किया।
यानी पांच मेगावाट बिजली की बचत की। खपत कम होने का कारण लोगों द्वारा घरों में कम वाॅट के एलईडी बल्ब, एलईडी बल्बों की सीरिज व घरों की छत पर 1 किलोवाट तक के छोटे सोलर प्लांट लगाना है। पिछले पांच साल की बात करें तो दीपावली पर लोगों ने कम खपत कर 40% तक बिजली की बचत की। इस साल दीपावली पर 14 नवंबर को जिलेभर के 2.25 लाख उपभोक्ताओं ने 202 मेगावाट बिजली खर्च की, जिसमें शहरी क्षेत्र में 12 मेगावाट तो ग्रामीण क्षेत्रों में 190 मेगावाट की खपत हुई। इसके एक दिन पहले 13 नवंबर को जिले की बिजली खपत 206 मेगावाट थी। यानी सामान्य दिनों के मुकाबले जिले के लोगों ने 4 मेगावाट तो शहरी उपभोक्ताओं ने 5 मेगावाट बिजली कम जलाई। मप्र पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी हर साल दीपावली के दिन पूरे जिले की खपत 17 मेगावाट तक मानकर चलती है, लेकिन पिछले पांच सालों में यह आंकड़ा लगातार कम होता जा रहा है।

40% तक बिजली बचा रहे लोग
बिजली कंपनी के अनुसार पिछले पांच सालों में बिजली बचाने के प्रति लोगों में जागरूकता आई है। घरों में पांच से 10 वाॅट तक के एलईडी बल्ब, एक से पांच किलोवाट तक के सोलर संयंत्र लगाकर लोग बिजली की बचत कर रहे हैं।
पिछले कुछ सालों में दीपावली के अलावा सामान्य दिनों की खपत में भी कमी आई है। लोग बिजली बचाने के लिए सोलर संयंत्र आदि का भी उपयोग कर रहे हैं।
-एसआर सेमिल, अधीक्षण यंत्री, बिजली कंपनी