Ads से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
शुजालपुर2 घंटे पहले
- कॉपी लिंक
- नगर भ्रमण कर गुरुद्वारे में ही होगा कीर्तन
प्रतिवर्ष गुरुनानक जयंती से पहले कार्तिक माह में स्थानीय गुरुसिंघ सभा द्वारा निकाली जाने वाली प्रभात फेरी पर भी कोरोना का असर रहेगा। आज से शुरू हुई प्रभातफेरी सुबह 5:30 बजे गुरुद्वारा परिसर से प्रारंभ होकर नगर भ्रमण करते हुए प्रतिदिन कीर्तन के लिए वापस गुरुद्वारा परिसर में ही पहुंचेगी। पूर्व में संगत के साथ समाजजन के घर जाकर कीर्तन की परंपरा थी।
स्थानीय सिख समाज द्वारा प्रभातफेरी का आयोजन वर्षों से किया जा रहा है। 18 नवंबर से सुबह 5:30 बजे प्रभातफेरी प्रारंभ होगी। गुरुद्वारा परिसर से प्रारंभ होकर कीर्तन करते हुए संगत सोशल डिस्टेंसिंग के साथ वापस गुरुद्वारा परिसर पहुंचेगी और यहां कीर्तन होगा।
अरदास के बाद प्रसाद वितरण भी गुरुद्वारा में ही होगा। पूर्व के वर्षों तक प्रभातफेरी की संगत समाजजनों द्वारा आमंत्रित किए जाने पर उनके घर जाकर कीर्तन करती थी और प्रसाद वितरण वही होता था। कोरोना संक्रमण रोका जा सके, इसलिए सिख समाज द्वारा इसके स्वरूप में परिवर्तन करते हुए कीर्तन समाजजन के घर की बजाए गुरुद्वारा परिसर में ही करने का निर्णय लिया है।
स्थानीय गुरु सिंघ सभा के पदाधिकारी अजीत सिंह रजपाल ने बताया कि 18 से 28 नवंबर तक प्रभातफेरी का प्रतिदिन आयोजन होगा। संगत की सेवा के लिए समाजजन गुरुद्वारा परिसर में ही प्रसाद वितरण व अन्य सेवा कार्य कर सकेंगे। 28 नवंबर को गुरुद्वारा परिसर में पाठ साहिब की स्थापना की जाएगी व 30 नवंबर को अरदास के साथ पाठ साहेब के समापन उपरांत कीर्तन व लंगर होगा। 30 नवंबर को लंगर दोपहर 12 से 1 बजे के मध्य होगा। गुरुनानक जयंती पर 30 नवंबर को जुलूस निकलेगा या नहीं, इस पर अभी संशय है।