बुमराह और शमी को टीम प्रबंधन चार टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए तैयार रखना चाहता है. (फाइल फोटो)
टीम इंडिया (Team India) के दो महीने के ऑस्ट्रेलिया दौरे की शुरुआत 27 नवंबर से तीन मैचों की वनडे सीरीज से होगी.
भारतीय टीम के इस दो महीने के दौरे की शुरुआत 27 नवंबर से तीन मैचों की वनडे सीरीज से होगी. इसके बाद टीम को इतने ही मैचों की टी-20 सीरीजखेलनी है. सीमित ओवरों की इन सीरीज के मैच सिडनी और कैनबरा में खेले जाएंगे.
बीसीसीआई के सूत्रों की मानें तो बुमराह और शमी का कार्यभार प्रबंधन मुख्य कोच रवि शास्त्री और गेंदबाजी कोच भरत अरुण के लिए सर्वोपरि है. टेस्ट मैचों के लिए भारतीय टीम का पहला अभ्यास मैच छह से आठ दिसंबर के बीच खेला जाएगा. इस दौरान भारतीय टीम को आखिरी के दो टी-20 अंतरराष्ट्रीय (छह और आठ दिसंबर) मैच खेलने है.
6 मैच में एक साथ उतार कर जोखिम नहीं लेना चाहेगा टीम प्रबंधनइशांत शर्मा की चोट की स्थिति अभी साफ नहीं है, जिससे बुमराह और शमी दोनों भारतीय टेस्ट अभियान के लिए काफी अहम होंगे. ऐसे में टीम प्रबंधन 12 दिनों के अंदर सीमित ओवरों के छह मैचों में इन दोनों को एक साथ मैदान में उतार कर कोई जोखिम नहीं लेना चाहेगा. बोर्ड के एक सूत्र ने कहा कि यदि बुमराह और शमी टी-20 अंतरराष्ट्रीय (चार, छह और आठ दिसंबर) सीरीज में खेलते हैं, तो उन्हें टेस्ट अभ्यास के लिए एक ही मैच मिलेगा, मुझे नहीं लगता कि टीम प्रबंधन ऐसा चाहेगा.
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इस बात की संभावना अधिक है कि सीमित ओवरों की सीरीज के दौरान शमी और बुमराह को एक साथ टीम में शामिल नहीं किया जाए. एक संभावना यह हो सकती है कि दोनों वनडे मैचों में खेले, जहां उनके पास 10 ओवर गेंदबाजी करने का मौका होगा. वनडे के बाद वे टेस्ट मैचों में खेले. शमी को गुलाबी गेंद (दिन-रात्रि टेस्ट में इस्तेमाल होने वाली गेंद) से अभ्यास करते भी देखा गया है जिससे उनकी प्राथमिकता का पता चलता है.