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सीहोर5 मिनट पहले
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- पूर्व से हवा चलने से दो दिन ऐसा ही रहेगा मौसम, दो दिन बाद हवा की बदलेगी दिशा, जिससे गिरेगा पारा
पूर्व से आ रही हवा ने अंचल में मावठे की स्थिति बना दी। बुधवार शाम करीब सवा 6 बजे क्षेत्र में तेज बारिश शुरु हो गई। हालांकि यह बारिश सिर्फ 10 मिनट ही हुई है। ऐसे में यह बारिश फसलों के लिए अमृत साबित होगी। इसके साथ ही किसानों को भी एक पानी की राहत मिल गई है। क्योंकि बारिश के बाद जमीन में पर्याप्त नमी बनी हुई है। अभी दो दिन और हल्की बारिश की संभावना है। इसके बाद तेजी से तापमान लुढ़केगा तो ओस इस नमी को बनाए रखेगी। बुधवार को अधिकतम तापमान 31.1 डिग्री और न्यूनतम तापमान 19.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पिछले दिनों से पूर्व की हवा चलने से मौसम का मिजाज बदल गया था। एक दिन पहले मंगलवार को तो बादलों के कारण न्यूनतम तापमान 19.2 और अधिकतम 31.5 डिग्री पहुंच गया था। ऐसे में बुधवार को भी दिन भर बादलों का असर रहा। लेकिन शाम 6.15 बजे अचानक बारिश शुरु हो गई। करीब 10 मिनट तक तेज बारिश हुई। 10 मिनट की बारिश से ही सड़कों से पानी बह निकला। खेतों में भी पर्याप्त नमी पहुंची, जिससे फसलों को राहत मिली। ऐसे में दिन के तापमान में मामूली गिरावट दर्ज हुई है। बुधवार को अधिकतम तापमान 31.1 और न्यूनतम तापमान 19.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
जिन्होंने बोवनी नहीं की वे बाद में करें
मौसम विशेषज्ञ डॉ. तोमर ने बताया कि अभी जो किसान बोवनी नहीं कर पाए हैं वे इन दो दिनों में बोवनी न करें। क्योंकि यदि ऐसे में बोवनी कर देते हैं तो फसल से पहले खरपतवार पैदा हो जाएगी। हालांकि बारिश बंद होने के बाद खेतों में जो नमी रहेगी उसमें ही बोवनी करें। इधर जिन किसानों ने पहले से बोवनी कर दी थी उनकी फसलों को पहले पानी की जरूरत पड़ने लगी है। कहीं-कहीं तो किसानों ने सिंचाई भी शुरु कर दी। लेकिन बुधवार को हुई बारिश से फसलों की एक सिंचाई की जरूरत पूरी हुई है।
इस बार जल्दी शुरू हो गई थी ठंड : पिछले पांच सालों पर नजर डालें तो इस साल नवंबर महीने की शुरुआत से ही तेज ठंड का दौर शुरु हो गया था। जिले में न्यूनतम तापमान लुढ़ककर 9 डिग्री तक पहुंच गया था। जबकि हर साल नवंबर के आखिरी में तेज ठंड पड़ती है।
इस तरह रहा तापमान में उतार-चढ़ाव का दौर
दिनांक अधिकतम न्यूनतम
12 नवंबर 29.0 9.0
13 नवंबर 28.5 16.0
14 नवंबर 29.5 17.0
15 नवंबर 28.0 16.5
16 नवंबर 28.0 17.2
17 नवंबर 31.5 19.2
18 नवंबर 31.1 19.5
(नोट : तापमान डिग्री सेल्सियस में, स्त्रोत : मौसम विभाग)
नुकसान भी… कीट और जड़माऊ का बढ़ेगा प्रकोप
कृषि विशेषज्ञों के अनुसार बादल और हल्की बारिश से फसलों पर कीट प्रकोप बढ़ेगा। ऐसे में सबसे ज्यादा नुकसान चना और गेहूं की फसल को हो सकता है। बादलों के कारण जमीन के कीट मिट्टी की ऊपरी सतह पर आते हैं जो पौधों की जड़ें काट देते हैं। जिससे फसलों में जड़माऊ रोग लग सकता है। इसके साथ ही चने के पौधों में इल्लियों का प्रकोप बढ़ने की संभावना बनती है।
येलो अलर्ट, तेज हवा के साथ गरज-चमक के साथ हल्की बारिश
डॉ. तोमर के अनुसार अंचल में अभी 48 घंटे और येलो अलर्ट रहेगा। ऐसे में क्षेत्र में तेज हवा चलेगी। इसके साथ ही गरज-चमक के साथ हल्की बारिश होगी। कहीं-कहीं ओले भी गिर सकते हैं। गुरुवार को जिले में 3 मिमी और शुक्रवार को 2 मिमी बारिश होने का पूर्वानुमान मौसम विभाग ने जताया है। हवा की रफ्तार अधिक होने से ठंडक का भी अहसास होगा।
जल्द बदलेगा हवा का रुख, बढ़ेगी ठंड
^48 घंटे के बाद हवा का रुख उत्तर और उत्तर-पूर्व से हो जाएगा। ऐसे में उत्तर भारत की ओर से ठंडी और बर्फीली हवा अंचल में आएंगी। जिससे में तापमान में तेजी से गिरावट होगी।
-डॉ. सत्येंद्र सिंह तोमर, मौसम विशेषज्ञ