करीब 10 दिन तक दिल्ली में रहने के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ भोपाल लौटने पर बड़ा एक्शन लेने की तैयारी में हैं.
कांग्रेस (Congress) ने अपना माइक्रो फॉर्मूला तैयार किया हैं. इस फॉर्मूले के तहत अब कांग्रेस की इकाई को ना सिर्फ सीमित संख्या में गठित किया जाएगा बल्कि काम और योग्यता के आधार पर ही कार्यकर्ताओं को टीम में जगह दी जाएगी.
करीब 10 दिन तक दिल्ली में रहने के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ भोपाल लौटने पर बड़ा एक्शन लेने की तैयारी में हैं. दिल्ली में पार्टी और संगठन में बदलाव के संबंध में मंथन के बाद कमलनाथ जल्द ही अपनी नई टीम बनाएंगे. लंबे समय से निष्क्रिय ज़िला अध्यक्षों और पदाधिकारियों को बाहर का रास्ता दिखाने की तैयारी कर ली गयी है.
योग्य को मौका
एमपी में बाई इलेक्शन में हार के बाद अब कांग्रेस नए फॉर्मूले के तहत संगठन को मजबूत करने में जुट गयी है. इसके लिए कांग्रेस ने अपना माइक्रो फॉर्मूला तैयार किया है. इस फॉर्मूले के तहत अब कांग्रेस की इकाई को ना सिर्फ सीमित संख्या में गठित किया जाएगा बल्कि काम और योग्यता के आधार पर ही कार्यकर्ताओं को टीम में जगह दी जाएगी. कांग्रेस का माइक्रो फॉर्मूला
एमपी में ‘वक्त है बदलाव का’ नारा देने वाली कांग्रेस उप चुनाव में अपनी करारी हार के बाद अब खुद ही संगठन में बड़े बदलाव की ओर है. संगठन की सभी इकायों को भंग कर नए सिरे से पुर्नगठन की तैयारी कर ली है. एमपी कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की पीसीसी चीफ कमलनाथ के नेतृत्व में बैठक भी हो चुकी है. जल्द ही नए फॉर्मूले के साथ कांग्रेस की नई टीम का गठन करने की तैयारी की जा रही है.
कांग्रेस संगठन में बदलाव की तैयारी
*नए सिरे से नई संरचना के साथ संगठन का पुर्नगठन किया जाएगा
*कांग्रेस ने इसके लिए माइक्रो फॉर्मूला तैयार किया है.
*माइक्रो फॉर्मूले के तहत कांग्रेस इकाइयों को छोटा रखा जाएगा
*कम और सीमित नेताओं को ही टीम में किया जाएगा शामिल
*योग्यता और परफार्मेंस के आधार पर नेताओं का चयन
*पीसीसी चीफ कमलनाथ ने वरिष्ठ नेताओं के साथ तैयार किया नया प्रारूप
*नई टीम में नेताओं के काम का हर दो माह में रिपोर्ट कार्ड तैयार किया जाएगा.
*रिपोर्ट कार्ड के आधार पर ही आगे पद पर बने रहेंगे नेता
*समय समय पर काम की समीक्षा के साथ योग्य व्यक्ति को दिया जाएगा मौका
इस बार नया दांव
कांग्रेस के इस माइक्रो फॉर्मूले पर प्रदेश के पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा कहते हैं कि पार्टी की उप चुनाव में हार के बाद प्रदेश की सभी कांग्रेस इकाइयों को भंग कर नए सिरे से गठन किया जाना चाहिए. इसके गठन को लेकर एक माइक्रो फॉर्मूला तैयार किया गया है. एक फॉर्मेट के तहत ही पूरे संगठन की संरचना अलग प्रकार से की जाएगी.