अर्जेंटीना के इस दिग्गज ने फुटबॉल के आकार का केक काटने से इनकार कर दिया था
फुटबॉल के लिए डिएगो माराडोना (Diego Maradona) का जुनून और प्यार किसी से छिपा नहीं है. भारत के महान फुटबॉलर आई एम विजयन (IM Vijayan) ने तो इसे करीब से देखा, जब अर्जेंटीना के इस दिग्गज ने फुटबॉल के आकार का केक काटने से इनकार कर दिया था.
उन्होंने पीटीआई से कहा, ”कन्नूर में 2012 में मैने देखा कि माराडोना के लिए फुटबॉल के क्या मायने हैं. समारोह में मैदान के आकार का एक केक बनाया गया था जिसमें सबसे ऊपर फुटबॉल रखी थी. माराडोना ने जब इसे देखा तो उन्होंने केक काटने से इनकार कर दिया.”
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विजयन ने कहा कि उस घटना से उन्हें पता चला कि फुटबॉल और मैदान की माराडोना के लिए क्या अहमियत है. उन्होंने कहा, ”उन्होंने केक का बाहरी हिस्सा ही काटा. मैं कह सकता हूं कि स्टेज पर उनके साथ दो मिनट फुटबॉल खेलना मेरे जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से है.”विजयन ने कहा कि माराडोना का बेलागपन और बच्चों की तरह उत्साह उनके जीवन की कई समस्याओं का कारण रहा. उन्होंने कहा, ”वह दिल से बच्चे ही थे और अपने बेलागपन के कारण समस्याओं से घिर जाते थे. वह साफ साफ कहने में विश्वास रखते थे.’
विजयन ने कहा , ”वह भले ही हमारे बीच नहीं हो लेकिन फुटबॉलरों के दिलों में वह हमेशा रहेंगे. मेरे लिए वह भगवान हैं और भगवान कभी मरते नहीं.” बता दें कि दुनिया के महानतम फुटबॉल खिलाड़ियों में शुमार 1986 विश्व कप में अर्जेंटीना की जीत के नायक डिएगो माराडोना का बुधवार (25 नवंबर) को निधन हो गया. पेले की ही तरह 10 नंबर की जर्सी पहनने वाले दुनिया के सर्वश्रेष्ठ फुटबॉलरों में गिने जाने वाले माराडोना 60 वर्ष के थे.
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पिछले लंबे समय से वह कोकीन की लत और मोटापे से जुड़ी कई परेशानियों से जूझ रहे थे.अर्जेंटीना में तीन दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा कर दी गई है. दुनिया भर के फुटबॉलप्रेमियों में इस खबर से शोक की लहर दौड़ गई है और सोशल मीडिया पर इस महान फुटबॉलर को श्रद्धांजलि दी जा रही है.