सर्दी ले रही जान: ब्रेन अटैक से 11 और हार्ट अटैक से 8 लाेगाें की मौत, सुबह की सैर से बचना जरूरी

सर्दी ले रही जान: ब्रेन अटैक से 11 और हार्ट अटैक से 8 लाेगाें की मौत, सुबह की सैर से बचना जरूरी


Ads से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप

ग्वालियरएक घंटा पहले

  • कॉपी लिंक

फाइल फोटो

  • 10 दिन में न्यूराेलाॅजी में 800 और कार्डियाेलाॅजी में 400 मरीज आए, 40% ब्रेन और हार्ट अटैक वाले

(अभिषेक द्विवेदी) सर्दी अब जानलेवा हाे गई है। रात के तापमान में लगातार गिरावट होने के साथ ही शहर में ब्रेन और हार्ट अटैक के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी है। पिछले 10 दिन (16 से 25 नवंबर) में ऐसे 19 मरीजाें ने दम ताेड़ा। 11 लाेगाें की माैत ब्रेन अटैक और 9 की माैत हार्ट अटैक की वजह से हुई। इस दाैरान न्यूराेलाॅजी की ओपीडी में करीब 800 और कार्डियाेलाॅजी की ओपीडी में 400 मरीज पहुंचे। इनमें से 40 फीसदी मरीज ब्रेन और हार्ट अटैक वाले थे।

ब्रेन अटैक से पीड़ित कुल 87 मरीज भर्ती इस दाैरान भर्ती किए गए। इनमें से 10 की जान नहीं बचाई जा सकी। एक मरीज की गुरुवार को जेएएच की कैजुअल्टी पहुंचने से पहले ही मौत हो गई। जबकि कार्डियोलॉजी विभाग में 143 मरीज भर्ती किए गए। इनमें से 8 की इलाज के दाैरान मौत हो गई। डाॅक्टर्स का कहना है कि हार्ट पेंशेंट के लिए जल्दी सुबह की सैर घातक हाे सकती है।

सुबह 6 बजे टहलने निकले तो आया अटैक, माैत
केस-1:
हजीरा के 56 वर्षीय सीमेंट व्यापारी गुरुवार काे सुबह 6 बजे टहलने निकले। जब वह श्याम वाटिका के पास से गुजर रहे थे, तभी उनकी तबियत खराब हुई और वे सड़क पर ही गिर पड़े। उनकी नाक से खून बहने लगा। राहगीरों ने उन्हें आसपास के अस्पतालों में दिखाया, लेकिन उन्हें जेएएच की कैजुअल्टी भेज दिया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया।

घूमकर घर लाैटा ताे आया हार्ट अटैक, बच गई जान
केस-2:
उपनगर ग्वालियर का एक 32 वर्षीय युवक स्मोकिंग करता था। मंगलवार को सुबह साढ़े छह बजे वह टहलने निकला था। घर लौटने के बाद उसे सीने पर भारीपन महसूस हुआ और तबियत खराब होने लगी। परिजन उसे जेएएच के कार्डियोलॉजी लेकर आए तो पता चला कि उसे हार्ट अटैक आया है। डॉक्टरों ने एंजियोप्लास्टी कर उसकी जान बचाई।

इसलिए होता है ब्रेन और हार्ट अटैक… सर्दी के मौसम में फिब्रिनोजन नामक पदार्थ शरीर में बनने लगता है। इस कारण खून गाढ़ा होने लगता है और ब्लडप्रेशर बढ़ जाता है। जब ब्रेन में खून पहुंचने में रुकावट आती है ताे ब्रेन अटैक हाेता है। यही खून हार्ट में नहीं पहुंच पाता तो हार्ट अटैक होता है।

ये हैं लक्षण… यदि आपके हाथ-पैर अचानक सुन्न पड़ जाएं या काम करना बंद कर दें, आवाज लड़खड़ाने लगे, आवाज बंद हो जाए, यकायक बेहोश हो जाएं, सीने में तेज दर्द और घबराहट हो ताे तत्काल डाॅक्टर काे दिखाएं। ब्रेन और हार्ट अटैक के ये ही लक्षण हैं।

डॉक्टराें की सलाह…
सर्दी में खून गाढ़ा होने लगता है इसलिए कोरोना से ठीक हाे चुके मरीज, हार्ट और डायबिटीज पीड़ित लोगों को विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत

-डॉ. दिनेश उदैनिया, विभागाध्यक्ष, न्यूरोलॉजी

माेजे पहनें और सिर ढंककर ही बाहर निकलें
जिन लोगों को पहले कोरोना हो चुका है या जो पुराने हार्ट अटैक व ब्लडप्रेशर के मरीज हैं, वे धूप निकलने के बाद ही घर से निकलें। उनका सिर ढंका होना चाहिए और मास्क पहनने के साथ पैरों में मोजे पहनें।
-डॉ. पुनीत रस्तोगी, विभागाध्यक्ष, कार्डियोलॉजी जीआरएमसी

सर्दी भर सूखे मेवे खाएं
जो युवा अत्यधिक धूम्रपान करते हैं, उन्हें अधिक सावधानी बरतनी चाहिए। उन्हें हार्ट अटैक हाेने की आशंका रहती है। इस मौसम में सूखे मेवा का सेवन करें। कोहरा व ठंड होने पर व्यायाम न करें।
-डॉ. रविशंकर डालमिया, डायरेक्टर, रतन ज्योति डालमिया हार्ट सेंटर



Source link