अव्यवस्था: न कंटेनमेंट एरिया बनाया जा रहा न संक्रमितों के परिजन व पड़ोसियों की हो रही थर्मल स्क्रीनिंग

अव्यवस्था: न कंटेनमेंट एरिया बनाया जा रहा न संक्रमितों के परिजन व पड़ोसियों की हो रही थर्मल स्क्रीनिंग


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आगर मालवा14 मिनट पहले

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  • कोरोना को लेकर गंभीर नहीं स्वास्थ्य, नपा व अन्य विभाग,जबकि जिले में अब तक 554 लोग हो चुके हैं संक्रमित

कोरोना से बचाव के लिए प्रधानमंत्री मास्क पहनने की अपील कर रहे हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री लोगों को मास्क पहना रहे हैं, लेकिन कोरोना को रोकने के लिए स्वास्थ्य, नपा तथा अन्य विभाग ही गंभीर नजर नहीं आ रहे हैं।

शहर व जिले में लगातार कोरोना पाॅजिटिव निकल रहे हैं, लेकिन दो माह पहले जैसी व्यवस्था संबंधित विभाग नहीं कर रहा हैं। न तो शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में कंटेनमेंट एरिया बनाए जा रहे हैं, न संक्रमित पाए गए व्यक्ति के परिजन व उसके घर के आस-पास रहने वाले लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग हो रही हैं। घर व गली मोहल्ले को सैनेटाइज करना तो दूर की बात हैं।

पहले स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रतिदिन बुलेटिन जारी किया जाता था जो जनसंपर्क तथा स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से मीडिया कर्मियों तक पहुंचाया जाता था। लेकिन कई मीडिया कर्मियों के पास बुलेटिन नहीं पहुंच रहा, जिससे यह जानकारी भी नहीं लग पाती है कि शहर व जिले में कितने लोग किस दिन संक्रमित पाए गए।

करीब 20 दिन पहले जैसे ही किसी व्यक्ति की रिपोर्ट कोरोना पाॅजिटिव आती थी स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी उसके घर व मोहल्ले में पहुंचकर थर्मल स्क्रीनिंग करते थे। सैंपल भी लिए जाते थे, लेकिन सूत्र बताते हैं कि जो टीम थर्मल स्क्रीनिंग करती हैं, 15 दिन से उसे मैसेज भी नहीं दिए जा रहे हैं। ऐसे में टीम थर्मल स्क्रीनिंग नहीं कर पा रही हैं। वहीं पहले जो व्यक्ति संक्रमित पाया जाता था उसके घर के आस-पास स्टापर लगाकर कंटेनमेंट एरिया बनाया जाता था।

विधानसभा उपचुनाव के पहले यह कार्य एसडीएम व एसडीओपी द्वारा करवाया जाता था, लेकिन उपचुनाव के दौरान यह व्यवस्था इन अधिकारियों से लेकर शहरी क्षेत्र में नपा सीएमओ व ग्रामीण क्षेत्र के लिए जनपद को दी गई हैं, लेकिन कंटेनमेंट एरिया लंबे समय से नहीं बनाए जा रहे हैं।

करीब 3 दिन पहले सीएमएचओ कार्यालय के एक अधिकारी कोरोना पाॅजिटिव पाए गए थे, जो कोविड सेंटर में भर्ती होकर इलाज करा रहे हैं, लेकिन सीएमएचओ कार्यालय को अब तक कंटेनमेंट एरिया नहीं बनाया गया। लंबे समय से संक्रमितों के घर व मोहल्लों को सैनेटाइज भी नहीं किया जा रहा हैं।

जिम्मेदार विभागों द्वारा बरती जा रही इस लापरवाही से कोरोना तेजी से फैलने की आशंका लोग व्यक्त कर रहे हैं, क्योंकि जो व्यक्ति संक्रमित हो रहा हैं उसकी जानकारी आस-पास के लोगों को भी नहीं लग पा रही हैं।

शुक्रवार को शहर में मिले

2 पाॅजिटिव मरीज-शुक्रवार को शहर में 2 कोरोना पाॅजिटिव मिले। पता चला हैं कि दोनों संक्रमितों में से एक 22 वर्षीय युवक कुंडालिया नलखेड़ा का हैं तो 55 वर्षीय महिला सुसनेर क्षेत्र की हैं।

अप्रैल के पहले सप्ताह में ही दी थी कोरोना ने दस्तक

अप्रैल के पहले सप्ताह में ही कोरोना ने जिले में दस्तक दे दी थी। तब से अब तक 554 लोग संक्रमित हो चुके हैं। संक्रमित पाए जा रहे लोगों को होम आइसोलेशन में ही रखा जा रहा हैं तथा वीडियो काॅल के जरिए मरीज से बात करके उसे दवाई पहुंचाई जा रही हैं, लेकिन यह निगरानी नहीं हो रही कि संक्रमित व्यक्ति घर पर ही रह रहा हैं या सामान्य रूप से अपने कामकाज कर रहा हैं।

संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही हैं, लेकिन संक्रमण को रोकने के लिए जो प्रयास होने चाहिए, वह दिखाई नहीं दे रहे।महामारी को रोकने में जिन विभागों की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका हैं, उनमें आपस में समन्वय भी नहीं हैं। यदि समय रहते व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ तो शहर व जिले में कभी भी कोरोना विस्फोट हो सकता हैं।



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