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16 मिनट पहले
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स्कूल शिक्षा विभाग ने 31 दिसंबर तक पहली और आठवीं तक के स्कूलों में अवकाश घोषित करने का आदेश जारी कर दिया है।
- 21 सितंबर से शिक्षक स्कूल जा रहे, 9वीं से12वीं तक के छात्रों का सिर्फ डाउट सेशन चल रहा
कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए प्रदेश के पहलीे से आठवीं तक के स्कूल 31 दिसंबर तक नहीं खुलेंगे। राज्य सरकार ने इसके आदेश जारी कर दिए हैं। यदि अगले माह तक संक्रमण पर नियंत्रण पा लिया जाता है तो जनवरी से प्राइमरी व मिडिल स्कूल खोलने पर विचार किया जाएगा। इसको लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पहले ही घोषणा कर चुके हैं। इस संबंध में स्कूल शिक्षा विभाग ने शनिवार देर शाम आदेश जारी कर दिया है।
आदेश में कहा है कि पहली से आठवीं तक के स्कूलों में 31 दिसंबर तक की छुट्टी घोषित की गई है। वहीं 9वीं से 12वीं तक की कक्षाएं आंशिक रूप से लगेंगी। बता दें कि 21 सिंतबर से टीचर स्कूल जा रहे हैं। क्योंकि स्कूलों में छात्रों का डाउट सेशन चल रहा है। लेकिन इसके लिए अभिभावकों की सहमति पत्र लाना अनिवार्य है।
विभाग ने निर्देश दिए हैं कि पहले दिए गए दिशा-निर्देशों के अनुरूप डिजिटल मोड से कक्षाएं जारी रहेंगी। कक्षा 9वीं से 12वीं तक की कक्षाओं के विद्यार्थियों के शंका-समाधान के लिए हाई व हायर सेकेंडरी स्कूल खुले रहेंगे। इस दौरान विद्यार्थियों की संख्या अधिक ना हो और कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता हो। सभी स्कूलों में शैक्षणिक व गैर शैक्षणिक स्टॉफ शत-प्रतिशत उपस्थित होंगे। छात्रावास एवं आवासीय विद्यालय के छात्रावास को खोले जाने की अनुमति नहीं होगी।
5 से 10% विद्यार्थी ले रहे मार्गदर्शन
अभी तक स्कूल शिक्षा विभाग ने 30 नवंबर तक पहली से आठवीं तक के स्कूल बंद रखने के निर्देश दिए थे। वर्तमान में 9वीं से 12वीं तक की आंशिक कक्षाओं में सिर्फ 5 से 10 % विद्यार्थी अभिभावकों की सहमति से मार्गदर्शन के लिए आ रहे हैं।
बच्चों को स्कूल भेजने के पक्ष में नहीं पैरेंट्स
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान चुके हैं कि इस बार शिक्षा विभाग माता-पिता को उनके बच्चे को स्कूल भेजना के लिए बाध्य नहीं करेगा। इसके बाद 132 राजकीय हाईस्कूल और उच्चतर माध्यमिक स्कूलों में पढ़ने वाले करीब 40 हजार स्टूडेंट्स के पैरेंट्स से विभाग ने चर्चा की। इसमें से केवल 5 हजार स्टूडेंट्स के पैरेंट्स अपने बच्चों को आंशिक रूप से खुले स्कूलों में भेजने को तैयार हैं।