कोरोना से हारी एक और जिंदगी: जबलपुर में अब तक 223 लोग गंवा चुके हैं जान, 63 नए संक्रमित सामने आए

कोरोना से हारी एक और जिंदगी: जबलपुर में अब तक 223 लोग गंवा चुके हैं जान, 63 नए संक्रमित सामने आए


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जबलपुर22 मिनट पहले

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जबलपुर मेडिकल में सबसे अधिक कोरोना संक्रमितों का इलाज

  • कोरोना से दम तोड़ने वालों में 90 प्रतिशत 50 की उम्र से अधिक वाले

जिले में कोरोना के चलते एक और संक्रमित जिंदगी की जंग हार गया। कोरोना के क्रूर पंजों ने अब तक 223 लोगों की जान ले ली है। वहीं शनिवार को 1660 से की रिपोर्ट में 63 नए संक्रमित सामने आए। कोरोना का कहर जिले में सबसे अधिक 50 से अधिक उम्र वालों पर दिख रहा है। अब तक हुई मौत के आंकड़ों से पता चला है कि 90 प्रतिशत जान गंवाने वालों की उम्र 50 से अधिक थी। शनिवार को 78 कोरोना संक्रमित स्वस्थ हुए। लंबे समय बाद ऐसा हुआ कि संक्रमित से स्वस्थ्य होने वालों की संख्या अधिक है।

जिले में कोरोना से 223 की मौत
50 वर्ष तक के 29
51 से 60 वर्ष 60
61 से अधिक के 134

जानकारी के अनुसार शनिवार को 63 नए संक्रमितों को मिलाकर कुल आंकड़ा 14 हजार 166 पहुंच गया। वहीं 78 स्वस्थ्य होने वालों को मिलाकर संक्रमण को हराने वालों की सूची बढ़कर 13 हजार 245 पहुंच गई है। जिले में रिकवरी रेट 93.49 पहुंच गया। जिले में एक्टिव केस 698 है। शनिवार को भी 1755 व्यक्तियों के सेम्पल लिए गए। कंटेनमेंट क्षेत्र में 38 से घटकर 36 रह गए। जिले में अब तक दो लाख पांच हजार 119 सैम्पल की जांच हो चुकी है।
ठंड में वृद्धों को अधिक सावधानी की जरूरत
जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या प्रदेश के अन्य तीनों महानगरों की तुलना में कम है। जबकि सबसे पहला केस 20 मार्च को जबलपुर में आया था। मृत्यु दर भी प्रदेश के दूसरे शहरों की तुलना में जबलपुर में 1.57 प्रतिशत है। पर संकट वृद्धों को लेकर बढ़ता जा रहा है। ठंड में सबसे अधिक खतरा 50 से अधिक उम्र वालों को है। इसकी पुष्टि आंकड़े भी कर रहे हैं। जिले में 223 मौतों में 193 की उम्र 50 वर्ष से अधिक था।

प्रदेश के चारों शहरों में ये है आंकड़ा
शहर कुल संक्रमित कुल मौत मृत्यु दर प्रतिशत में
इंदौर 43082 752 1.85
भोपाल 32292 515 1.67
जबलपुर 14166 223 1.57
ग्वालियर 15491 260 1.25

बीपी-शुगर वाले तोड़ रहे दम
जिले में कोरोना से होने वाली मौतों में आधे संक्रमित बीपी व शुगर के मरीज थे। पूर्व से गंभीर बीमारी से पीड़ित को कोरोना संक्रमण का खतरा भी सबसे अधिक है। दम तोड़ने वालों में 45 प्रतिशत के लगभग बीपी और 34 प्रतिशत के लगभग शुगर से पीड़ित थे। वहीं 20 प्रतिशत संक्रमित सांस और दिल रोग से पीड़ित थे। यही कारण है कि कलेक्टर ने जिले में वृद्धजन को लेकर सर्वे भी कराया है।



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