पानी कितना शुद्ध?: शुद्ध के नाम पर हर महीने 63 लाख रुपए पानी में बहा रहे लोग, जबकि आरओ की मॉनिटरिंग न जांच

पानी कितना शुद्ध?: शुद्ध के नाम पर हर महीने 63 लाख रुपए पानी में बहा रहे लोग, जबकि आरओ की मॉनिटरिंग न जांच


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उज्जैन3 घंटे पहले

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सांकेतिक फोटो

शहर में 175 आरओ प्लांट हैं। आरओ प्लांटों के माध्यम से घरों, दुकानों और दफ्तरों तक पानी पहुंचता है। इस पानी को जांचने और अशुद्ध पानी सप्लाई करने पर कार्रवाई का प्रावधान तक नहीं है। नलों से सप्लाय होने वाला पानी पीएचई की लैब में रोज जांचा जाता है।

आरओ प्लांट जांचने का अधिकार नगर निगम को नहीं है। आरओ संचालकों का कहना है इनमें 20 लीटर की 50 से लेकर 300 कैन रोज सप्लाय की जाती है। औसत 60 कैन के अनुसार शहर में रोज 10500 कैन सप्लाय की जा रही हैं। इसके मायने यह हैं कि हर महीने 63 लाख रुपए इस पानी पर खर्च ले रहे हैं।

आरओ प्लांट से मिली 20 लीटर की कैन हो या खुली रिफिल वाली कैन, इनमें चिल्ड वाटर दिया जा रहा है। भास्कर ने इस पानी की पड़ताल की तो पता चला कि कुछ आरओ प्लांट संचालक उपभोक्ताओं को बोरिंग का पानी ही पिला रहे हैं। वह भी बिना फिल्टर किए। इसी पानी को वे 1-2 रुपए प्रति लीटर में बेचकर मुनाफा कमाया जा रहा है।

नहीं होती पानी के मानकों की मॉनीटरिंग

ज्यादातर आरओ में नलों और नलकूप का ही पानी ठंडाकर बेचा जा रहा है जबकि पहले इस पानी को आरओ प्लांट से फिल्टर कर बैक्टीरिया मुक्त करना जरूरी है। इसके लिए प्लांट में यूवी (अल्ट्रा वायलेट) रेज से पानी का ट्रीटमेंट करना पड़ता है। इस प्रक्रिया में सिर्फ 25% पानी ही पीने लायक तैयार होता है।

यह है टीडीएस

पानी में मिनरल होते हैं। इनमें कैल्शियम, मैग्निशियम, पोटेशियम, सोडियम बाइकार्बोनेट्स, क्लोराइड्स और सल्फेट्स आते हैं। कुछ ऑर्गेनिक मैटर होते हैं।

ऐसे जांचा जाता है पानी

शहर में गऊघाट स्थित पीएचई की लैब में। यहां 1200 रुपए में जांच होती है। ग्रामीण क्षेत्र की जांच पंचायत स्तर पर होती है। यहां जांच के लिए किट है। ग्रामीण रोजगार सहायक से जांच करा सकते हैं।

कम मिनरल नुकसानदायक

स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार हड्डी में जमा मिनरल शरीर के मिनरल लेवल को बनाए रखने का प्रयास करता है। जिससे हडि्डयां कमजोर हो सकती हैं। इससे हार्मोंस बिगड़ सकता है।

ऐसे जांचा जाता है पानी

शहर में गऊघाट स्थित पीएचई की लैब में। यहां 1200 रुपए में जांच होती है। ग्रामीण क्षेत्र की जांच पंचायत स्तर पर होती है। यहां जांच के लिए किट है। ग्रामीण रोजगार सहायक से जांच करा सकते हैं।

कितना हो टीडीएस

  • 1000 मिग्रा/लीटर (इससे ज्यादा टीडीएस पर आरओ ठीक)
  • 400-500 मिग्रा/लीटर सही
  • 300 मिग्रा/ली. पीएचई के पानी में (आरओ की जरूरत नहीं)
  • 80 मिग्रा/ली. कम से कम (इससे कम टीडीएस नुकसानदेह)

शुद्ध पानी व तत्व की मानक मात्रा

तत्व न्यून. अधिक.
एनटीयू 1.0 10
कठोरता 200 600
क्षारीयता 200 600
क्लोराइड 200 1000
आयरन 0.1 1.0
फ्लोराइड 0.8 1.5
सल्फेट 200 400
नाइट्रेट 45 45

जब तक पानी ठंडा रहेगा तब तक बैक्टिरिया नहीं बढ़ेंगे लेकिन रुम टेम्परेचर पर आते ही बैक्टिरिया की ग्रोथ होने लगेगी।

-डॉ. शुभा जैन, रसायनविद् विक्रम विवि

डिब्बा बंद पानी सेहत के लिए हानिकारक है। क्योंकि इसमें यह पता नहीं चल पाता कि कौन से मिनरल मिलाए हैं।

-सत्यनारायण पाण्डे, आयुर्वेदाचार्य

पैक वाटर या केन का पानी ज्यादा ठंडा होता है। ट्रीटमेंट किया है, इसकी गारंटी नही होती। उपयोग के पहले खुद परख लें।

-डॉ. सीएम पुराणिक, एमडी



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