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सागर37 मिनट पहले
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विद्यार्थियों की परेशानी पर विश्वविद्यालय प्रशासन भी जवाब नहीं दे पा रहा है।
- विश्वविद्यालय प्रशासन की हुई किरकिरी,एडमिशन सेल की सफाई- हम छात्रों को 3 दिन का मौका देंगे
डॉ. हरीसिंह गौर विश्वविद्यालय के सत्र 2020-21 में दाखिले के लिए पहली बार हुई ऑनलाइन काउंसिलिंग प्रक्रिया लगातार दूसरे दिन रविवार को भी शुरू नहीं हो सकी। इसके चलते छात्र दूसरे दिन भी परेशान रहे। विद्यार्थी दिन भर साइबर कैफे से लेकर मोबाइल पर लिंक खुलने के लिए प्रयास करते रहे, लेकिन उन्हें दूसरे दिन भी निराशा ही हाथ लगी। ऐसे में विवि को केंद्रीय दर्जा मिलने के 11 साल बाद पहली बार हो रही ऑनलाइन काउंसिलिंग की इस प्रक्रिया ने एडमिशन सेल की बदइंतजामी भी उजागर कर दी। जिस प्राइवेट एजेंसी के भरोसे विवि ने पहली बार एडमिशन ऑनलाइन काउंसिलिंग से कराने का निर्णय स्थानीय छात्रों की मांग को दरकिनार करने के बाद भी लिया, लिंक नहीं खुल पाने के कारण वह अब प्रशासन सहित अन्य विद्यार्थियों के लिए भी परेशानी का सबब बन गया है। उधर विद्यार्थियों की मदद के लिए जो हेल्पलाइन नंबर 07582-297123 जारी किया गया है, वह दिन भर व्यस्त ही बताता रहा। इसके कारण विद्यार्थियों को संतोषजनक जवाब भी एडमिशन सेल से नहीं मिल सका।
36 पाठयक्रमों के लिए जारी कटऑफ
विवि के एडमिशन सेल के चेयरमैन प्रो. एपी मिश्रा ने बताया कि सर्वर के कारण परेशानी आ रही है। यह जल्दी ही दूर होगी। जैसे ही लिंक खुलेगी विद्यार्थियों को उसी दिन से लगातार 3 दिनों तक पहले चरण की काउंसिलिंग के लिए पंजीयन करने का मौका दिया जाएगा। गौरतलब है कि विवि में स्नातक और स्नातकोत्तर की करीब 3400 सीटों पर दाखिले के लिए ऑनलाइन काउंसिलिंग हो रही है। स्नातक के 14 और स्नातकोत्तर के 36 पाठ्यक्रमों के लिए जो कटऑफ जारी की गई है, उसी के हिसाब से विद्यार्थी इसमें हिस्सा ले सकेंगे। करीब 13 हजार विद्यार्थी विवि प्रवेश-परीक्षा में शामिल हुए थे। काउंसलिंग के लिए लिंक विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर उपलब्ध कराई जाएगी।
तीसरे चरण की काउंसिलिंग ऑफलाइन होगी
विद्यार्थियों से कहा गया है कि वे पंजीयन करने से पहले विवि की वेबसाइट पर ई-काउंसिलिंग से संबंधित गाइडलाइन पर क्लिक करके विश्वविद्यालय द्वारा दिए गए निर्देशों को जरूर पढ़ें। विद्यार्थी किसी भी प्रकार की असुविधा या समस्या की स्थिति में विश्वविद्यालय वेबसाइट लिंक पर दिए गए हेल्पलाइन नंबर पर सीधे कॉल कर सकते हैं या फिर ईमेल पर भी सूचना दे सकते हैं। ऑनलाइन काउंसलिंग के दौरान विद्यार्थियों को जरूरी प्रमाण पत्रों एवं अंकसूचियों की स्कैन कॉपी भी अपलोड करना जरूरी है। दो चरण की ऑनलाइन काउंसिलिंग के बाद बचने वाली सीटों के लिए तीसरे चरण की काउंसिलिंग ऑफलाइन होगी।