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बड़वानी19 घंटे पहले
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जिले के कॉलेजों के नामकरण को लेकर राजनीति गर्माने लगी है। जनप्रतिनिधियों द्वारा भोपाल में उच्च शिक्षा मंत्री से मुलाकात के बाद जिले में आदिवासी संगठनों द्वारा अफसरों को आवेदन देने का दौर जारी है। इसमें वे समाज के महापुरुषों के नाम पर कॉलेजों का नामकरण करने की मांग कर रहे हैं। जिले के सभी आदिवासी संगठनों द्वारा कलेक्टोरेट में आवेदन देकर मांग की है। पिछले दिनों कैबिनेट मंत्री प्रेमसिंह पटेल, सांसद गजेंद्र पटेल व राज्यसभा सांसद सुमेरसिंह सोलंकी ने भोपाल में उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव से मुलाकात कर इस संबंध में चर्चा की थी। इसमें उन्होंने सेंधवा कॉलेज का नाम खाज्या नायक, पानसेमल कॉलेज का अटल बिहारी वाजपेयी व राजपुर काॅलेज का संत सिंगाजी महाराज के नाम से करने की मांग की थी। इसको लेकर मंत्री ने कलेक्टर को प्रस्ताव भेजने के निर्देश भी दिए थे। इसके बाद आदिवासी समाज द्वारा जिला व विकासखंड मुख्यालय पर अफसरों को आवेदन देकर समाज जननायकों के नाम पर कॉलेजों का नामकरण करने की मांग की जा रही है।
शहीदों के सम्मान में हो कॉलेजों का नामकरण
संगठन सदस्य किशनलाल बड़ोले व सीमा वास्कले ने बताया सभी आदिवासी समाज संगठन की मांग है कि आदिवासी बहुल जिले में 5वीं अनुसूची लागू है। स्वतंत्रता संग्राम की लड़ाई में आदिवासी योद्धाओं ने संघर्ष किया था। उन्होंने सेंधवा कॉलेज का नाम शहीद खाज्या नायक, निवाली कॉलेज का शहीद टंट्या भील, पानसेमल कॉलेज का रुमालिया नायक, राजपुर कॉलेज का बिरजू नायक, अंजड़ कॉलेज का सीताराम कंवर या रघुनाथ सिंह व पाटी कॉलेज का नाम नादलु पुजलू के नाम पर करने की मांग की है। इससे आदिवासी शहीदों को सम्मान मिलेगा। साथ ही डाकघर के सामने गार्डन में बिरसा मुंडा की प्रतिमा लगाने की मांग की है।