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भिंडएक घंटा पहले
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माै-खेरिया गांव में मिला 11वीं सदी की सती प्रतिमा।
- जिले के मौ-खेरिया गांव में दुकान का भराव कराने के लिए लाई गई मिट्टी में दबी थी पत्थर की प्रतिमा
जिले के मौ-खेरिया गांव में दुकान के भराव के लिए लाई गई मिट्टी में एक पत्थर की प्रतिमा मिली है। पुरातत्व विभाग के अधिकारी की मानें तो यह प्रतिमा 11वीं सदी की सती की प्रतिमा है। वहीं दुकान में पुरातनकाल की प्रतिमा मिलने की सूचना पर आस-पास के गांव और कस्बों के लोग देखने के लिए पहुंच रहे हैं। वहीं लोगों ने जिला प्रशासन से पुरातन विरासत बताकर मूर्ति को संजोने की मांग की है।
गौरतलब है कि मौ-खेरिया निवासी सैयद खान ने शनिवार को अपनी दुकान के भराव के लिए स्योंढ़ा से मिट्टी मंगवाई थी। भराव के दौरान सैयद खान ने जब मिट्टी को दुकान के अंदर डालने लगे तो मिट्टी दबा एक पत्थर दिखाई दिया। उस पत्थर को हटाकर देखा तो उस पर आकर्षक आकृतियां बनी हुई थीं। इसके बाद उन्होंने लोगों से पूछा तो लोगों ने ऐतिहासिक महत्व की मूर्ति बताई। इसके बाद उन्होंने उस मूर्ति को दुकान के बाहर रखबा दिया। वहीं इसकी सूचना मिलने पर आसपास गांव और कस्बों के लोग मुर्ति देखने के लिए पहुंच रहे हैं।
सती की प्रतिमा को मंदिर में विराजमान किया जाता था
जिला पुरातत्व विभाग के अधिकारी वीरेंद्र पांडे को जब भास्कर ने मूर्ति का फोटो भेजा गया तो उन्होंने फोटो का अध्ययन करते हुए बताया कि यह 11वीं सदी की सती की प्रतिमा है। उस काल में जो महिलाएं अपने पति के साथ सती होती थीं। उन महिलाओं की याद में लोगों द्वारा मूर्ति बनाकर मंदिर में विराजमान किया जाता था।
दुकान के बाहर रखी मूर्ति, देखने के लिए पहुंच रहे लोग
मूर्ति को देखने के लिए पिछले दो दिन से आसपास के कई लोग आ रहे हैं। साथ ही वे मूर्ति के साथ मोबाइल से फोटो भी खींच रहे हैं। इस दौरान इस प्रतिमा को कई 8वीं सदी की तो कई 14वीं सदी की बता रह है। वहीं मूर्ति को सैयद खान ने अपनी निर्माणाधीन दुकान के बाहर रख दिया है।