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राजगढ़12 मिनट पहले
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- जिला मुख्यालय पर ही नहीं हो रहा नियमों का पालन, भीड़ नियंत्रण के इंतजाम फेल
कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए जिला प्रशासन द्वारा बंद कमरें से की गई सख्ती का कोई असर नहीं हो रहा है। इस सख्ती का मैदानी स्तर पर उपयोग नहीं किया जा रहा है। हालात यह है कि जिला मुख्यालय पर ही दूल्हा घोड़ी पर सवार होकर बारात लेकर निकला। इसके साथ गाजे-बाजे के साथ डीजे भी चलता रहा, लेकिन प्रशासन किसी के खिलाफ कार्रवाई करना तो दूर देखने तक नहीं पहुंचा। कोरोना संक्रमण रोकने जिले में धारा 144 लगाई है। इस दौरान 200 लोगों से ज्यादा की भीड़ नहीं करने के साथ ही सार्वजनिक जगह गाजे-बाजे के साथ ही बारात निकासी पर भी रोक लगाई है। इस दौरान डीजे व बैंड सहित अन्य आयोजन सावर्जनिक जगह करना प्रतिबंधित है। लेकिन इसके बाद भी जिला मुख्यालय पर इस तरह के आयोजन हो रहे है। शहर में दूल्हा घोड़ी पर सवार होकर बारात निकाल रहा है। वहीं गाजे-बाजे के साथ लोग थिरक रहे है। करीब एक घंटे से अधिक समय तक लोग इस बारात में थिरके, लेकिन किसी ने कार्रवाई करना तो दूर इन्हे रोका टोका तक नहीं।
^कोविड से निपटने शासन की गाइड लाइन का पालन कराने के साथ ही आपदा प्रबंधन की बैठक के निर्णय के अनुसार सभी को कार्रवाई के लिए कहा है। प्रशासनिक स्तर पर कहां चूक हुई है। इस संबंध में संबंधित से बात करता हूं। आखिर ऐसे आयोजन पर रोक क्यों नहीं लगा पा रहे हैं। -नीरज कुमार सिंह, कलेक्टर राजगढ़।
होना यह था… 144 लगाई, दौ सो से ज्यादा लोग एक साथ मौजूद नहीं रह सकते हैं
जिला प्रशासन ने कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए धारा 144 लगाई है। इस दौरान दो सौ लाेगों से ज्यादा एक साथ मौजूद नहीं रह सकते हैं। इससे ज्यादा होने पर जुर्माने का प्रावधान है। इसके साथ ही बिना मास्क के बाहर निकलने पर सौ रुपए जुर्माना लगाने भी आपदा प्रबंधन की बैठक में निर्णय ले रखा है। वहीं एसडीएम व निकाय सीएमओ की संयुक्त टीम को छापामार कार्रवाई के लिए भी कहा है। वहीं ग्रामीण स्तर पर पहले से टीमें गठित कर रखी है। जो लोग नहीं माने उनके लिए खुली जेल बनाकर उसमें बंद करने के लिए भी कलेक्टर ने आदेश जारी किया है।
यह हो रहा… रोजाना शादियों में सीमा से ज्यादा पहुंच रहे लोग
कोरोना से निपटने जिले में भले ही प्रशासन ने बंद कमरे में बैठकर सख्त आदेश जारी किए है, लेकिन इन आदेश का जमीनी स्तर पर पालन नहीं किया जा रहा है। नतीजा यह निकल रहा कि रोजाना होने वाली दर्जनों शादियों में मनमाफिक लोग पहुंच रहे हैं। बारात के साथ निकासी व गाजे-बाजे भी बजा रहे है। यहीं नहीं भोजन में शामिल होने वाले लोगों की सीमा भी तय नहीं है।
शहर के बीचों बीच बायपास पर एक घंटे तक बारात की रही धूम
जिला मुख्यालय पर बीती रात करीब 9 बजे शहर के मुख्य हाईवे पर एक बारात निकाली गई। इस बारात में दूल्हा घोड़ी पर सवार होकर निकला, वहीं बाराती गाजे-बाजे के साथ डीजे पर थिरकते हुए चल रहे थे। अधिकांश लोगों ने मास्क नहीं पहन रखा था। वहीं बारात में महिला, बच्चे व बुजुर्ग भी शामिल थे। यह बारात शहर के बायपास रोड पर ब्यावरा नाके से होकर खिलचीपुर चाैराहे की तरफ आ रही थी। रास्ते भर जाम रहा, लेकिन किसी ने आयोजकों पर कार्रवाई करना तो दूर उन्हें रोका-टोका नहीं। कुछ स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना प्रशासनिक अधिकारियों को दी, लेकिन उन्होंने भी फोन रिसीव नहीं किया।
सवाल… आखिर कौन है जिम्मेदार
कलेक्टर के आदेश के मुताबिक शहर में इस तरह के आयोजन होते हैं तो उसको रोकने की जिम्मेदारी संबंधित एसडीएम व सीएमओ की रहेगी। जो टीम की मदद के साथ पुलिस की मदद भी ले सकते हैं। वहीं गांवों में अलग से पहले ही टीमें तैनात है, लेकिन ना तो शहर में अफसराें की टीमें इस और ध्यान दे पा रही है और ना ही गांव की टीमें संक्रमण को रोकने तैयार है। ऐसे में जिलेभर में इस तरह से भारी भीड़ जुटाने के आयोजन हो रहे हैं।