पाकिस्तानी टीम इस समय न्यूजीलैंड दौरे पर है.
मोहम्मद आमिर (Mohammad Amir) ने कहा कि पाकिस्तान क्रिकेट में ऐसी मानसिकता है जहां खिलाड़ी टीम से बाहर होने से डरते हैं. खिलाड़ियों और टीम प्रबंधन के बीच संवादहीनता की इस स्थिति को खत्म किया जाना चाहिए.
- News18Hindi
- Last Updated:
December 1, 2020, 2:42 PM IST
मोहम्मद आमिर ने कहा कि खिलाड़ियों और प्रबंधन के बीच संवाद और आपसी समझ बेहतर करने की जरूरत है. आमिर ने ‘न्यूज वन’ चैनल से कहा, ‘समस्या यह है कि अगर पाकिस्तान क्रिकेट (Pakistan Cricket) में कोई खिलाड़ी यह कहने की हिम्मत करता है कि वह ब्रेक चाहता है तो उसे बाहर कर दिया जाता है. इसलिए खिलाड़ी अब टीम प्रबंधन से इस बारे में बात करने से डरते हैं.’
मोहम्मद आमिर ने कहा, ‘पाकिस्तान क्रिकेट में ऐसी मानसिकता है जहां खिलाड़ी टीम से बाहर होने से डरते हैं. मुझे लगता है कि खिलाड़ियों और टीम प्रबंधन के बीच संवादहीनता की इस स्थिति को खत्म किया जाना चाहिए.’
आमिर ने कहा, ‘अगर खिलाड़ी ब्रेक चाहता है तो उसे टीम प्रबंधन से बात करने में खुशी होनी चाहिए और उन्हें उसका नजरिया समझना चाहिए और टीम से बाहर करने की जगह उसे आराम देना चाहिए.’न्यूजीलैंड दौरे की पाकिस्तान की टीम से बाहर किए गए आमिर ने दोहराया कि पिछले साल टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के उनके फैसले पर गैरजरूरी विवाद पैदा किया गया.
उन्होंने कहा, ‘मिकी आर्थर हमारे मुख्य कोच थे और कोई भी उनसे पूछ सकता है. मैं 2017 से उन्हें कह रहा था कि अगर मेरे काम के बोझ का प्रबंधन नहीं किया गया तो मुझे टेस्ट क्रिकेट छोड़ना पड़ेगा.’