डुमना के वैकल्पिक मार्ग का प्लान पेश: जबलपुर हाईकोर्ट की डिवीजन बेंच ने प्लान को रिकॉर्ड पर लिया, याचिकाकर्ता को भी मिलेगी प्रति

डुमना के वैकल्पिक मार्ग का प्लान पेश: जबलपुर हाईकोर्ट की डिवीजन बेंच ने प्लान को रिकॉर्ड पर लिया, याचिकाकर्ता को भी मिलेगी प्रति


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जबलपुरएक घंटा पहले

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डुमना एयरपोर्ट जाने के लिए वैकल्पिक मार्ग का प्लान पेश किया गया है।

  • रादुविवि से डुमना तक फोरलेन का हो रहा निर्माण
  • याचिका में वन विभाग की बिना अनुमति पेड़ काटने का लगाया गया है आरोप

राज्य सरकार ने मप्र हाईकोर्ट में डुमना जाने के लिए वैकल्पिक मार्ग का प्लान पेश किया। एक्टिंग चीफ जस्टिस संजय यादव और जस्टिस विजय कुमार शुक्ला की डबल बेंच ने प्लान को रिकॉर्ड पर लेने के आदेश दिए हैं। प्लान की एक प्रति याचिकाकर्ता को भी दिए जाने का आदेश दिया है। अब उम्मीद जताई जा रही है कि से डुमना एयरपोर्ट पर जाने का मार्ग और बेहतर हो जाएगा। खमरिया से डुमना आना आसान हो जाएगा। साथ ही राज्य सरकार ने रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय ( रादुविवि) से डुमना की बनाई जा रही फोरलेन सड़क के लिए कम से कम पेड़ों के काटने का वचन दिया है।

पेड़ काटने से पर्यावरण को नुकसान
गंगासागर निवासी पर्यावरण प्रेमी निकिता खंपरिया की ओर से दायर जनहित याचिका में कहा गया है कि रादुविवि से डुमना तक फोरलेन सड़क का निर्माण किया जा रहा है। सड़क निर्माण के लिए 300 से अधिक पेड़ काटे जा चुके हैं। पेड़ों को काटने के बाद उनकी जड़ों को जेसीबी मशीन से उखाड़ा जा रहा है। इससे पर्यावरण को नुकसान हो रहा है। याचिका में कहा गया है कि डेवलेपमेंट प्लान में डुमना को सिटी फॉरेस्ट घोषित किया गया है।

निगम से अनुमति लेकर काट डाले पेड़
नियमानुसार पेड़ काटने से पहले वन विभाग से अनुमति ली जाना चाहिए, पर यहां नगर निगम से अनुमति लेकर पेड़ काटे जा रहे हैं। पिछली सुनवाई में डबल बेंच ने राज्य सरकार से डुमना जाने के वैकल्पिक मार्गों का प्लान पेश करने का आदेश दिया था। राज्य सरकार की ओर से हाईकोर्ट में इसका विस्तृत प्लान पेश किया गया। जिसे डबल बेंच ने सुनवाई के दौरान रिकॉर्ड पर लने का आदेश दिया है। याचिकाकर्ता की ओर से अधिवक्ता श्रेय पंडित और राज्य सरकार की ओर से महाधिवक्ता पुरुषेन्द्र कौरव ने पक्ष रखा।



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