यह जायज नहीं: कड़ाके की ठंड में पुलिया के नीचे शॉल में लिपटा मिला नवजात, आशा कार्यकर्ता ने पहुंचाया अस्पताल

यह जायज नहीं: कड़ाके की ठंड में पुलिया के नीचे शॉल में लिपटा मिला नवजात, आशा कार्यकर्ता ने पहुंचाया अस्पताल


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सागर4 घंटे पहले

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बंडा के मगरधा में पुलिया के नीचे मिले नवजात का बंडा अस्पताल में स्वास्थ्य परीक्षण किया गया।

  • सागर के बंडा ब्लॉक में मगरधा के पास बुधवार अल-सुबह मिला नवजात शिशु
  • राहगीर ने आशा कार्यकर्ता के पति को दी सूचना, 108 के आने में देर हुई तो निजी वाहन से पहुंचाया अस्पताल

जिले के बंडा ब्लॉक में मगरधा के पास पुलिया के नीचे बुधवार अल-सुबह कड़ाके की ठंड में एक नवजात शिशु नीले शॉल में लिपटा मिला, जिसे राहगीर की सूचना पर आशा कार्यकर्ता कृति जैन ने निजी वाहन से तुरंत स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचाया, जहां नवजात लड़के का इलाज किया जा रहा है।

कड़ाके की ठंड में अपनों ने जिस मासूम को मरने के लिए फेंक दिया उसकी धड़कनें चल रही हैं। आशा कार्यकर्ता कृति जैन ने बताया कि सुबह करीब चार बजे मेरे पति सुनील जैन के मोबाइल पर एक राहगीर ने फोन कर शॉल में लिपटा बच्चा पुलिया के नीचे पड़े होने की सूचना दी। इसके बाद हम तुरंत मगरधा व सेमरा गांव के बीच पड़ने वाली पुलिया पर पहुंचे तो एक नवजात शिशु जिसका जन्म कुछ ही घंटे पहले हुआ था। एक शॉल में लिपटा हुआ रो रहा था। इसके बाद हमने तुरंत 108 को फोन किया, लेकिन 108 को आने में थोड़ा समय लगा, तो बच्चे की हालात को देखते हुए हम उसे निजी वाहन से बंडा अस्पताल ले गए।

बच्चा पूरी तरह स्वस्थ
जहां बच्चे का बीएमओ डॉ. कुरैशी की देखरेख में इलाज किया जा रहा है। बीएमओ डॉ. कुरैशी ने बताया कि बच्चा पूरी तरह स्वस्थ है। जिसकी देखभाल की जा रही है। सुबह चार बजे के समय सर्दी अधिक होने से थोड़ी ठंड व कुछ धूल बच्चे के शरीर पर मिली है, जिसे साफ कर बच्चे की सिकाई वगैरह की जा रही है। बच्चे की मां का पता नहीं चला है। मामले की बहरोल पुलिस को भी सूचना दी गई है। बंडा पुलिस ने बताया कि नवजात को अस्पताल लाए थे। बहरोल पुलिस नवजात की मां को तलाश रही है।



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