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इंदौर15 मिनट पहले
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यहां रहने वाली महिला ने मकान को गिरने से रोकने के लिए काफी कोशिश की।
नगर निगम, जिला प्रशासन और पुलिस का एंटी माफिया अभियान जारी है। बुधवार काे भूमाफिया बब्बू और छब्बू के अवैध साम्राज्य काे ध्वस्त करने के बाद गुरुवार सुबह निगम के निशाने पर रही लेडी डाॅन अलका और 302 के आरोपी शुभम। निगम अधिकारी सुबह दल-बल साथ द्वारिकापुरी के रामनगर और श्रद्धा सबुरी काॅलाेनी में पहुंचे। यहां पर उन्हाेंने अलका के तीन मंजिला मकान काे जमींदाेज किया। मकान ताेड़ने के दौरान एक महिला ने खुद को कमरे में बंद कर लिया। पुलिस ने उसे जबरन पकड़कर बाहर निकाला। इस दौरान वह घर नहीं तोड़ने की गुहार लगाती रही। वह कहती रही कि यह मकान हमने खरीदा है, इसे गिराया तो मैं मर जाऊंगी। इसके बाद शुभम नेपाली के मकान काे भी ताेड़ा गया है। शुमभ और उसका भाई 302 में आरोपी हैं। इसक अलावा भी उस पर कई अपराध दर्ज हैं।

निगम की टीम ने तीन मंजिला मकान को जमींदोज कर दिया।
टीआई डीबीएस नागर के अनुसार श्रीराम नगर निवासी अलका और उसका पति अशोक दीक्षित लिस्टेड बदमाश हैं। अलका पर एक दर्जन से अधिक अपराध दर्ज हैं। वहीं, पति पर करीब 18 प्रकरण पंजीबद्ध हैं। अलका पर आबकारी एक्ट के ज्यादातर मामले हैं। वह लसुडिय़ा के एक चोरी के मामले में जेल गई थी। पिछले महीने की जेल से जमानत पर छूटकर आई है। इसके बेटे जयदीप पर भी छेड़छाड़ और मारपीट के दो मामले दर्ज हैं। ये सभी यहीं पर रहते हैं। मकान नहीं गिरे इसके लिए इन्होंने अपने किसी रिश्तेदार के नाम पर एक नोटरी बनावा ली थी। मौके पर मौजूद अधिकारियों ने दस्तावेजों की जांच की और फिर मकान को जमींदोज कर दिया। नागर के अनुसार द्वारिकापुरी से ही पिछले दिनों बबलू पंक्चर नाम के बदमाश का मकान ढहाया था। उसके बारे में यह जानकारी लगी थी कि उसकी वहां ऐसी गुंडागर्दी थी कि उसने मोहल्ले वालो को दिवाली का त्योहार तक नहीं मनाने दिया था। इन बदमाशों के मकान टूटने से लोग राहत की सांस ले रहे हैं। लोगों का कहना है कि ये कार्रवाई अच्छी है और इससे गुंडों का आतंक कम होगा।

महिला ने कहा कि यह मकान अलका का नहीं हमारा है, हमने उससे खरीद लिया है।
निगम अधिकारी ओम प्रकाश गोयल के अनुसार जोन 14 में श्रीराम नगर कॉलोनी में अलका के मकान को तोड़ा गया है। तीन मंजिला पक्का मकान था। 750 स्क्वेयर फीट के प्लाट साइज में करीब 2000 स्क्वेयर फीट अवैध निर्माण किया गया था। इसके अलावा शुभम पिता सीताराम यादव निवासी श्रद्धा सबुरी के मकान को भी गिराया गया है। अलका के घर को तोड़ने के दौरान कुछ हंगामा हुआ, जिसके बाद पुलिस की मदद से निर्माण को ढहाया गया।
मकान में रहने वाले परिवार ने मकान खरीदने का दावा किया
सुबह निगम टीम मकान को तोड़ने पहुंची तो वहां रहने वाले परिवार ने मकान पर अपना दावा किया। उनका कहना था कि यह मकान उन्होंने अलका से खरीदा है। इसका उनके पास अनुबंध लेख भी है। इस पर निगम ने कहा कि रजिस्ट्री हो तो दिखाइए। अनुबंध लेख ना मानते हुए निगम की टीम ने घर से सामान निकालना शुरू कर दिया। बच्चे, बुजुर्ग और कुत्ते को भी बाहर निकाला। निगम की कार्रवाई को रोकने के लिए परिवार की महिला ने खुद को कमरे में बंद कर लिया। इसके बाद पुलिस ने दरवाजा खोलकर महिला को जबरन कमरे से बाहर निकाला और नीचे लेकर आए। मकान को टूटता देख बच्चे हों या बड़े सभी के आंखों में आंसू थे।

पुलिस ने महिला को जबरन बाहर निकाला।
अब तक इन गुंडों के घर हुए जमींदोज
बता दें कि पुलिस ने 15 बड़े गुंडे और माफियाओं की लिस्ट बनाई है। निगम के साथ मिलकर इन पर कार्रवाई की जा रही है। इसके पहले साजिद चंदनवाला, जीतेंद्र उर्फ नानू तायड़े, मनोहर वर्मा, अश्विन सिरोलिया, अरुण वर्मा, लकी वर्मा, गुंडे रवि काला, हिस्ट्रीशीटर असलम उर्फ मोटा, संजू राठौर, राजकुमार खटीक, बदमाश रिंकू उर्फ रूपेश चौधरी, गुंडे सत्यनारायण, कालू, धरम ठाकुर, सिकलीगर रघुवीर उर्फ मोंटी, राकेश उर्फ बबलू उर्फ पंक्चर, भू-माफिया बब्बू और छब्बू और नाबालिगों के शोषण के आरोपी प्यारे मियां के अवैध निर्माण पर कार्रवाई की जा चुकी है। इतना ही नहीं प्रशासन ने कम्प्यूटर बाबा और उनके करीबी रमेश तोमर के अवैध निर्माणों को भी ध्वस्त कर दिया है।