कोरोना में ऐसी लापरवाही: शताब्दी में संक्रमण से बचाव के इंतजाम नहीं हंगामे पर पानी की बाेतल में रखा सेनिटाइजर

कोरोना में ऐसी लापरवाही: शताब्दी में संक्रमण से बचाव के इंतजाम नहीं हंगामे पर पानी की बाेतल में रखा सेनिटाइजर


  • Hindi News
  • Local
  • Mp
  • Gwalior
  • In The Century, There Is No Provision To Prevent Infection, Sanitizer Kept In The Water Bottle On The Uproar

Ads से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप

ग्वालियर40 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक
  • दिल्ली से भोपाल के रास्ते में कहीं भी ट्रेन में स्प्रे नहीं कराया
  • शताब्दी एक्सप्रेस में एक्जीक्यूटिव क्लास का किराया 1400 तो चेयरकार का 890 रुपए किराया, फिर भी यात्रियों को काेराेना से बचाने के इंतजाम नहीं

रेलवे बोर्ड के आदेश के बावजूद दिल्ली से हबीबगंज के लिए निकली शताब्दी एक्सप्रेस के एक्जीक्युटिव क्लास कोच में न सेनिटाइजर था न हाथ धोने के लिए साबुन। यात्रियों ने कोच अटेंडेंट से नाराजगी जाहिर की तो एक बोतल में पानी मिलाकर सेनिटाइजर और चाय के कप में थोड़ा से लिक्विड साबुन टॉयलेट में रखवा दिया गया।

इससे खफा यात्रियों ने सोशल मीडिया के जरिए पीएमओ और रेलमंत्री से शिकायत की। खास बात ये है कि दिल्ली से भोपाल के बीच ट्रेन में एक बार भी सेनिटाइजेशन नहीं किया गया। गौरतलब है कि दिल्ली से भोपाल के बीच शताब्दी एक्सप्रेस में एक्जीक्यूटिव क्लास का किराया 1400 रुपए तो चेयरकार का 890 रुपए किराया है।

यात्रियों की परेशानी की जानकारी हम दिल्ली के अफसरों को देंगे, ताकि सुधार हो सके

यात्रियों की परेशानी को दिल्ली के अफसरों को अवगत कराएंगे। अफसरों को बताया जाएगा कि शताब्दी एक्सप्रेस में सेनिटाइजर और साबुन के इंतजाम शौचालय में नहीं थे, ताकि सुधार किया जा सके।
अजीत कुमार सिंह, सीपीआरओ, प्रयागराज जोन

प्रधानमंत्री लाेगाें से बार-बार काेविड नियमों का पालन करने की अपील कर रहे हैं, लेकिन रेलवे हीइसका पालन नहीं कर रहा। शताब्दी एक्सप्रेस के एक्जीक्यूटिव क्लास के ई-1 कोच में टाॅयलेट में न साबुन था और न ही सेनिटाइजर।

इस बात काे लेकर ट्रेन के चेकिंग स्टाफ से शिकायत की तो पानी की बोतल में पानी मिला सेनिटाइजर रखवा दिया। साथ ही चाय के कप में थोड़ा सा लिक्विड साबुन रखवा दिया। वीआईपी ट्रेन में यह हाल हैं तो अन्य ट्रेनों में यात्री कैसे सफर करते होंगे।
-डाॅ. राजेश गुप्ता, यात्री



Source link