- Hindi News
- National
- The District Hospital Employee Had Told The Constable You Get The Other’s Sperm, Leave The Rest To Me
Ads से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
उज्जैन18 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
- जिला अस्पताल का कर्मचारी भी था साजिश में शामिल
- उसे भी तीनों आरोपियों के साथ भेजा जेल
पुलिस भर्ती की तैयारी कर रही युवती से दुष्कर्म के आरोपी आरक्षक अजय अस्तेय को बचाने के लिए षडयंत्र रचने में उसके दो आरक्षक साथियों तबरेज व घनश्याम और रिश्तेदार बलराम सूर्यवंशी के अलावा जिला अस्पताल का कर्मचारी (स्वीपर) जगदीश उर्फ जग्गा भी शामिल था। पुलिस ने उसे भी गिरफ्तार कर लिया है। सोमवार को चारों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। जगदीश ने ही अजय को सलाह दी थी कि वह अपनी जगह किसी और का नमूना दिलवा दे। बाकी वह सब देख लेगा। दरअसल, जिला अस्पताल में खुली पुलिस चौकी में अजय करीब छह माह पदस्थ था। यहीं पर उसकी दोस्ती जगदीश से हो गई थी। पुलिस की जांच में जगदीश भी साजिश में शामिल था।
आरोपियों की साजिश में ये थी भूमिका
अजय- दुष्कर्म के आरोपी अजय ने पुलिस को बताया कि वह जिला अस्पताल पुलिस चौकी पर छह माह के लिए पदस्थ था। यहीं पर उसकी जान पहचान जगदीश उर्फ जग्गा से हुई। जगदीश ने ही कहा कि डीएनए टेस्ट के लिए तुम अपने स्थान पर किसी और के नमूने दिलवा दो। उसी के कहने पर अपने मामा के लड़के बलराम नमूने देने के लिए बुलाया था।
तबरेज- अजय और तबरेज एक ही बैच के हैं। तबरेज ही बलराम को लेकर जिला अस्पताल के लेकर आया। जब अजय मेडिकल परीक्षण के लिए अंदर कमरे में गया तो तबरेज ही बलराम को अंदर कमरे में ले गया। वहां अजय के स्थान पर जगदीश ने बलराम के नमूने लिए।
घनश्याम- दरअसल, अजय को मेडिकल परीक्षण के लिए एसआई हेमलता के साथ नीलगंगा थाने के आरक्षक मनोज और घनश्याम को भेजा गया था। जब अजय अंदर कमरे में गया तो घनश्याम की ड्यूटी बाहर कमरे पर लगी थी। घनश्याम की मिली भगत से ही बलराम अंदर कमरे में तबरेज के साथ गया था।
बलराम- बलराम ने पुलिस को बताया कि उसे फोटो लेकर अजय भइया ने बुलाया था। वह तबरेज भइया के साथ कमरे में गया। जहां उसके नमूने लिए गए।
जगदीश- जगदीश ने ही अजय से कहा था कि वह अपनी जगह किसी दूसरे के नमूने दिलवा दे। ताकि कोर्ट में साक्ष्यों के अभाव में बच जाए। उसने अजय को आश्वासन दिया था कि वह पहले भी कई मामलों में दूसरों की मदद कर चुका है।
डॉ दिवाकर के सवाल पूछने पर हुआ भंडाफोड़
आरोपी अजय के मेडिकल के समय ड्यूटी पर डॉ दिवाकर थे। उन्हीं की देखरेख में मेडिकल परीक्षण होना था। नमूने देने के बाद जब बलराम से डॉ दिवाकर ने कागजी लिखा पढ़ी के लिए नाम-पते पूछना शुरू किया तो वह हड़बड़ा गया। जिस पर डॉक्टर ने दूसरे कमरे में बैठी एसआई हेमलता से कहा कि आरोपी सहयोग नहीं कर रहा है इसलिए रविवार को मेडिकल होगा। इस पर एसआई हेमलता ने डॉक्टर से पूछा कि आप किसके बयान ले रहे हैं तो उन्होंने पास में खड़े बलराम की ओर इशारा किया। बलराम के मेडिकल परीक्षण की बात सुनकर एसआई का माथा ठनका। उन्होंने बलराम से पूछा कि तुम कौन हो। तुमसे किसने परीक्षण कराने के लिए कहा। शक होने पर एसआई ने बलराम को वहीं बैठा लिया। कड़ाई से पूछताछ की तो बलराम ने सच्चाई उगल दी।