लापरवाही: गड़बड़ी का आवास, 2353 मकान जिओ टैगिंग में दिखा रहे पूरे, किसी को भी नहीं दीं सभी किस्तें

लापरवाही: गड़बड़ी का आवास, 2353 मकान जिओ टैगिंग में दिखा रहे पूरे, किसी को भी नहीं दीं सभी किस्तें


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छतरपुर19 घंटे पहले

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छतरपुर। गिरजा अहिरवार काे नहीं मिल पा रहा आवास याेजना का लाभ, टीन और पन्नी डालकर रह रहा पूरा परिवार।

  • छतरपुर नगर पालिका के अधिकारी पिछले डेढ़ साल से जांच के नाम पर आवास योजना की किस्त दबाकर बैठे

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अप्रैल 2015 में प्रदेश में मौजूद गरीब तपके के लोगों को उनको स्वयं के घर उपलब्ध कराने पीएम आवास योजना शुरू की। इस योजना के लिए छतरपुर शहर के करीब 15 हजार लोगों ने आवेदन किया। जिसमें से अधिकारियों ने 11027 के डीपीआर तैयार कर आवास स्वीकृत किए। पर एक भी हितग्राही को पूरी किस्तें जारी नहीं की गई हैं।

शहरी पीएम आवास शुरू होने पर छतरपुर शहर में मौजूद गरीब तपके के 15 हजार से अधिक लोगों ने आवेदन किया। इन आवेदनों के आधार पर नपा छतरपुर ने चार डीपीआर तैयार किए, जिसमें से नपा ने अब तक 1672 हितग्राहियों को पहली, 5868 को दूसरी और 3495 हितग्राही को एक भी किस्त जारी नहीं की।

इस कारण शहर में एक भी हितग्राही ऐसा नहीं है जिसे तीनों किस्तें उपलब्ध हो गई हों। पिछले दिनों नपा छतरपुर द्वारा जारी प्रोग्रेस रिपोर्ट में वह 10558 हितग्राहियों के डीपीआर तैयार होना ओर 2353 हितग्राहियों के आवास कंपलीट दिखा रही है। जबकि मौके पर हितग्राही किस्त के इंतजार में हैं।

जांच के दौरान 469 आवेदन नगर पालिका ने किए निरस्त

पिछले दिनों बाहर के लोगों द्वारा फर्जी पीएम आवास योजना का लाभ लेने की शिकायतें सामने आईं। इन शिकायतों के आधार पर नगर पालिका छतरपुर ने डीपीआर में पास हितग्राहियों की जांच शुरू की। जिसमें से 469 हितग्राही अपात्र पाए गए।

इनमें से कुछ अपात्र लोगों ने पहली किस्त नगर पालिका को वापस कर दी। कुछ ने आवेदन देते हुए स्वीकृत आवास निरस्त करते हुए किस्त रोकने का आवेदन दिया। इसलिए चार डीपीआर में मौजूद कुल 11027 हितग्राहियों के स्थान पर अब 10558 रह गए हैं।

हितग्राही पिछले दो साल से किस्त के इंतजार में

शहर में सटई रोड के छोटू सोनी पिछले दो सालों से दूसरी किस्त के इंतजार में हैं। पहली किस्त से उनकी दीवारें तो खड़ी हो गई हैं, पर छत डलना बाकी है। इस कारण वे अपने आवास की दीवारों पर पॉलीथिन लगाकर गुजारा कर रहे हैं।

कमला विश्वकर्मा का मकान तैयार हुए दो साल हो गए हैं, पर अंतिम किस्त जारी न होने से मकान की छाप अधूरी पड़ी हुई है। छुई खदान मुहल्ले की गिरजा अहिरवार को तो पहली ही किस्त जारी नहीं हो पाई है। इस कारण वे छह फीट की कच्ची दीवारों पर पॉलीथीन लगाकर परिवार सहित गुजारा करने काे मजबूर हैं।

जांच के कारण किस्त जारी नहीं

इस मामले में आवास योजना प्रभारी नजर अहमद अंसारी का कहना है कि शासन द्वारा अभी बजट का आवंटित नहीं किया गया है, इसलिए विभाग द्वारा योजना से जुड़े हितग्राहियों को किस्त जारी नहीं की जा रही है। पिछले दिनों आवास योजना में हुई गड़बड़ी की जांच प्रशासनिक अधिकारी कर रहे हैं, जांच पूरी कर होने के बाद पीएम आवास की किस्तें जारी होने लगेंगी।

वहीं परियोजना अधिकारी डूडा निरंकार पाठक का कहना है कि छतरपुर नगर पालिका द्वारा अब तक शहर के 10558 हितग्राहियों के डीपीआर तैयार कर भेज गए हैं। इसमें से 2353 हितग्राहियों के आवास कंपलीट होने के बाद कर्मचारियों द्वारा जीओ टेगिंग करा ली गई हैं। पर शासन स्तर पर जांच जारी होने के कारण किसी भी हितग्राही को अंतिम किस्त जारी नहीं की गई है।



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