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- After Killing The Registrar In Jabalpur, The Body Was Filled In The Box, The Dead Body Found In A Closed Apartment On The Fifth Day
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जबलपुर29 मिनट पहले
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गौरव की स्कूटी मिलने के बाद हाऊबाग में सर्चिंग करती पुलिस
- गायब होने के पांचवें दिन हाऊबाग की झाड़ियों में मिला था स्कूटी और खून लगा बैग
- गोरखपुर थाने में शाम को आक्रोशित परिजनों ने किया था हंगामा, आरोपी सहकर्मी गिरफ्तार
शहर के गुरु तेग बहादुर खालसा कॉलेज में रजिस्ट्रार 40 वर्षीय गौरव गुप्ता की हत्या का सनसनीखेज खुलासा सोमवार देर रात हुआ। हत्यारा कॉलेज का सहकर्मी निकला। पत्नी के बारे में बुरा बोलना उसे इतना नागवार लगा कि उसने किराए के अपार्टमेंट में वास्तुशास्त्र की पूजा कराने के बहाने बुलाया और हत्या कर दी। हत्या के बाद गुरंदी से एक टीन की पेटी (बाक्स) लाया और लाश को भर दिया। हत्या के तीसरे दिन उसकी स्कूटी हाऊबाग स्टेशन के पीछे झाड़ियों में छोड़ आया था। जिसे पुलिस ने सोमवार को बरामद किया था। वह पेटी सहित लाश को ठिकाने लगाने वाला था कि पुलिस द्वारा की गई पूछताछ से घबरा गया और जहर खाकर निजी अस्पताल में भर्ती हो गया।

गौरव गुप्ता की जीवित अवस्था की फोटो
थाने से तीन किमी दूरी पर मिली लाश
जानकारी के अनुसार गोकलपुर रांझी निवासी चंदन गोरखपुर थाने से 300 मीटर की दूरी पर हाथीताल स्थित द्वारका अपार्टमेंट की पहली मंजिल में ए-3 अपार्टमेंट को किराए से लिया था। उसने लव मैरिज की है। पत्नी और घर की शांति के लिए वह गौरव गुप्ता से पूजा-पाठ भी करा चुका था। गौरव गुप्ता को ज्योतिषी की जानकारी थी। 25 नवंबर को उसने चंदन की पत्नी के बारे में कुछ बुरा बोल दिया था। यह चंदन को नागवार लगी। उसने तभी से हत्या करने का इरादा बना लिया था।
पुलिस ने ऐसे दबोचा
पुलिस ने मोबाइल कॉल डिटेल के आधार पर चार दिसंबर को चंदन से कॉलेज में पूछताछ की थी। पांच को उसे बयान के लिए बुलाया था। पांच की सुबह वह मोबाइल बंद कर गायब हो गया था। वह कॉलेज भी नहीं गया था। 6 को उसने दहशत में जहर खा लिया। अस्पताल में भर्ती होने पर बताया कि पत्नी विवाद के चलते उसने ऐसा किया। गौरव के परिजन भी पहले दिन से चंदन पर संदेह व्यक्त कर रहे थे। पुलिस ने रात में उसे अस्पताल से हिरासत में लिया। कड़ाई से पूछताछ की तो उसने हत्या की बात स्वीकार कर ली।

पांच दिसंबर को फेंक आया था बैग, हेलमेट, जूते व कपड़े
इस तरह हत्या की वारदात को दिया अंजाम
चंदन ने ज्योतिष की कुछ जानकारी का हवाला देकर तीन दिसंबर को गौरव को अपने कमरे पर बुलाया था। वहां वह जैसे ही पहुंचा अचानक विवाद करने लगा। दोनों ने एक-दूसरे को थप्पड़ मारे। चंदन ने गौरव को दीवार पर धक्का दे दिया। इसके बाद गर्दन पर चाकू से ताबड़तोड़ आधा दर्जन वार कर मार डाला। शव को वहीं छोड़कर वह गुरंदी से बड़ा बॉक्स लाया और शव को उसी में भर दिया। वह बॉक्स सहित शव को ठिकाने लगाने की तैयारी में था। पांच दिसंबर को ही उसने स्कूटी, बैग व कपड़े आदि शाम को हाऊबाग की झाड़ियों में छोड़ आया था।
तीन दिसंबर से थे लापता
पंचशील नगर निवासी गौरव गुप्ता (40) खालसा कॉलेज में रजिस्ट्रार के साथ शिक्षण कार्य भी करते थे। तीन दिसंबर की सुबह साढ़े नौ बजे वह घर से स्कूटी एमपी 20 एसक्यू 9674 से कॉलेज के लिए निकले थे। दोपहर 12 बजे के लगभग कॉलेज का सुपरवाइजर राजकुमार दुबे घर पहुंचा। परिजनों को बताया कि गौरव सर कॉलेज नहीं पहुंचे और मोबाइल भी बंद है। घरवालों ने कॉल किया तो मोबाइल बंद मिला। तब से परिजन और गोरखपुर पुलिस तलाश में जुटी है।
दिन में मिला था स्कूटी व खून लगा बैग
गोरखपुर टीआई सारिका पांडे के मुताबिक गौरव गुप्ता की स्कूटी हाऊबाग स्टेशन के पीछे झाड़ियों में सोमवार को मिला था। पास में ही उनका बैग भी मिला, जिसमें 17 हजार रुपए थे। पैसे कॉलेज के थे। बैग में खून लगा था। थोड़ी दूरी पर उनका हेलमेट, खून लगे कंबल व उनका मफलर व जूता पन्नी में मिला। छोटे भाई आशीष गुप्ता व चचेरे भाई हिमांशु गुप्ता ने आरोप लगाए कि पहले दिन से पुलिस मामले को गंभीरता से नहीं ले रही थी। हम लगातार चंदन से पूछताछ के लिए कहते रहे, लेकिन पुलिस ऐसा नहीं कर पाई।

परिजन लगातार पुलिस से गौरव का पता लगाने की गुहार लगाते रहे
लगातार हाथीताल रतन नगर आ रहा था लोकेशन
गौरव गुप्ता के मोबाइल का लोकेशन हाथीताल रतन नगर, गोरखपुर व छोटी लाइन के पास ही मिलता रहा। परिजनों का दावा है कि तीन दिसंबर को कॉलेज के विमल शुक्ला के मोबाइल में शाम को 7.30 बजे के लगभग मोबाइल चालू होने का अलर्ट आया था। गौरव गुप्ता के मोबाइल से रात 8.01 पर प्रिंसिपल के पास भी 11 सेकेंड का कॉल गया, लेकिन कोई बोला नहीं। स्कूटी और खून लगा बैग मिलने के बाद से ही गौरव गुप्ता के परिवार वाले अनहोनी की आशंका व्यक्त करने लगे थे।
पांच वर्ष का है एक बेटा
गौरव गुप्ता दो भाईयों में सबसे बड़े हैं। उनसे छोटा आशीष गुप्ता है। परिवार में पिता सतीष कुमार गुप्ता, मां कुसुम गुप्ता, पत्नी कीर्ति गुप्ता व पांच वर्षीय बेटा अनय गुप्ता हैं। गौरव के गायब होने के बाद से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। बेटा हर पल पापा की रट लगाए हुए है। सोमवार देर रात लाश मिलने की खबर मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। पांच दिन से बेटे की सलामती की प्रार्थना कर रहे बुजुर्ग मां-पिता का बेटे की हत्या की खबर मिलते ही बदहवास से हो गए।