Ads से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
इंदौर7 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने भाजपा कार्यालय में मीडिया से बात की।
विवाह समारोह में शामिल हाेने इंदाैर पहुंचे भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कमलनाथ और दिग्विजय सिंह पर जमकर निशाना साधा। सिंह को लेकर कहा कि कमलनाथ को ठिकाने लगाने का काम दिग्विजय ने ही किया है। अब वे तैयारी में हैं कि युवा नेता, जो उनके पुत्र या पुत्री हैं कब मैदान में आएं और कमान संभालें, उनका यही लक्ष्य है और इसी में वे लगे हुए हैं। वहीं, कमलनाथ से पूछा कि क्या छिंदवाड़ा को वे अपनी स्टेट टेरिटरी बनाना चाहते हैं। क्या वहां पर जो वे चाहेंगे वही होगा।
वीडी शर्मा ने कहा – नगर निकाय चुनाव को लेकर आरक्षण की प्रक्रिया हुई है। आरक्षण पॉलिसी के तहत छिंदवाड़ा नगर निगम में एसटी के लिए आरक्षित है। ऐसे में कांग्रेस का शिकायत करते हुए यह कहना कि यह रिजर्वेशन ठीक नहीं है। इस आरक्षण को बदला जाए। यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। इससे कांग्रेस का अनुसूचित जनजाति विरोधी चरित्र उजागर हाेता है। इससे कमलनाथ का भी चेहरा उजागर हुआ। छिंदवाड़ा सबसे जनजाति वाला क्षेत्र है। कांग्रेस ने आरक्षण का स्वागत की जगह विरोध किया है।
विधायकों की जगह दूसरे कार्यकर्ताओं को टिकट देने का प्रयास
नगर निकाय के चुनाव में नए लोगों को अवसर मिले और अच्छे कार्यकर्ता चुनाव लड़ें यही हमारी कोशिश है। हारे जीते सांसद और विधायक को टिकट देने को लेकर कहा कि भाजपा का कार्यकर्ता चुनाव लड़ेगा। हमारा प्रयास है कि विधायक एक पद पर हैं तो दूसरे कार्यकर्ताओं को भी अवसर मिले। हालांकि यह कोई कानून नहीं बनने वाला है।
किसान आंदोलन कांग्रेस का ओरिएंटेड आंदोलन
किसान आंदोलन को लेकर कहा – इस आंदोलन से अवार्ड वापसी का क्या संबंध है। यह देश के अंदर एक गैंग बन गई है कि मोदी जी जब भी कोई अच्छा काम करते हैं तो उसका विरोध करो। धारा 370, सीएए, राम मंदिर निर्माण का भी विरोध किया। किसान आंदोलन को कांग्रेस ने हाईजैक नहीं किया, बल्कि उन्हीं के द्वारा ओरिएंटेड आंदोलन था। मप्र में तो यह इतना फेल हुआ की उनके प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ जी ही गायब थे। किसान हितों के लिए बना कानून का हमारे किसानों ने समर्थन किया है।
दिग्विजय की कोई विश्वसनीयता नहीं
दिग्विजय सिंह ने कहा कि उन्हें तो इस देश के लोकतंत्र पर ही विश्वास नहीं है। देश की व्यवस्था पर कोई विश्वास नहीं है। धर्म, न्याय पालिका के साथ ही देश की सेना तक पर विश्वास नहीं है। वे एक ऐसे नेता हैं, जिन्होंने 2018 के चुनाव में अपने मुंह से यह कहा कि मैं जाता हूं तो जनता वोट नहीं देती है। जिनकी विश्वसनीयता खत्म हो चुकी है, उनके बारे में सवाल ही क्यों पूछना। मीडिया में हाईलाइट रहने के लिए वे बयान देते रहते हैं।