विराट कोहली की गैर मौजूदगी में अजिंक्य रहाणे ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आखिरी के तीन टेस्ट मैचों में भारतीय टीम की अगुआई कर सकते हैं (फोटो- BCCI)
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ने कहा कि उन्हें अजिंक्य रहाणे की कप्तानी की कुछ बातें याद हैं. उन्होंने कहा कि टेस्ट क्रिकेट के लिए कप्तान का जैसा रवैया होना चाहिए, रहाणे का वैसा ही है.
चैपल ने पीटीआई-भाषा कहा कि मैंने उन्हें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक टेस्ट (मार्च 2017 में धर्मशाला) में कप्तानी करते हुए देखा था और मुझे उनकी कप्तानी शानदार लगी थी. वह वास्तव में आक्रामक कप्तान हैं. चैपल ने इसके बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उस टेस्ट मैच के दौरान रहाणे की कप्तानी के उन पहलुओं का जिक्र किया, जिन्होंने उनका ध्यान खींचा.
रहाणे की कप्तानी को किया याद
उन्होंने कहा कि मुझे उनकी कप्तानी की कुछ बातें याद हैं. ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी में डेविड वॉर्नर हावी होकर खेल रहा था. वह (अपना पहला टेस्ट मैच खेल रहे) कुलदीप यादव को लेकर आए और वार्नर को पवेलियन भेज दिया. चैपल ने कहा कि दूसरी बात जो मुझे याद है कि भारत छोटे लक्ष्य का पीछा कर रहा था और उसने दो विकेट गंवा दिए थे.यह भी पढ़ें :
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रहाणे ने क्रीज पर कदम रखा और ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों पर हावी हो गए. उन्होंने 20 से अधिक (27 गेंदों पर 38 रन) बनाए. मुझे उनका यह रवैया अच्छा लगा. चैपल ने कहा कि कप्तान के तौर पर आपके पास दो विकल्प होते हैं, एक आक्रामक रवैया अपनाना और दूसरा रक्षात्मक खेल खेलना. मेरा मानना है कि टेस्ट क्रिकेट में आक्रामक रवैया जरूरी है और रहाणे आक्रामक है.