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भोपालएक घंटा पहले
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रेसिंग के दौरान भोपाल के बाइकर सैयद आसिफ अली
- रैली में देशभर से 80 बाइकर्स ने पार्टिसिपेट किया था
- आसिफ ने यह रैली 57 मिनट 43 सेकंड में की पूरी
फेडरेशन ऑफ मोटरस्पोर्ट्स क्लब ऑफ इंडिया द्वारा आयोजित एमआरएफ नेशनल इंडियन रैली चैंपियनशिप 2020 का आयोजन बेंगलुरू में हुआ। इस रैली में भोपाल के बाइकर सैय्यद आसिफ अली ने भी ‘एमआरएफ आई एनआरसी रैली ऑफ बेंगलुरू’ में पहला स्थान प्राप्त किया है।

विजेता ट्राफी के साथ भोपाल के राइडर सैय्यद आसिफ अली।
बाइकर सैयद आसिफ अली ने दैनिक भास्कर से खास बातचीत में बताया कि उन्होंने यह रेस स्कूटर कैटेगरी में टीवीएस एनटीओआरक्यू 125सीसी से 150 किमी की रैली को पूरा किया। उन्होंने यह रैली 57 मिनट 43 सेकंड में पूरी की। इस रैली में देश भर से 80 बाइकर्स ने पार्टिसिपेट किया। आसिफ ने बताया कि चैंपियनशिप का अगला राउंड 24 जनवरी 2021 को कोयंबटूर में आयोजित किया जाएगा।
ऐसे शुरु हुआ बाइकिंग का जुनून
आफिस ने बाइकिंग के जुनून के बारे में बताया कि मैंने साइकिल पर सवार होना शुरू किया और बचपन से ही तेज दौड़ने का शौक था। 1996 में मेरे पिता ने मुझे बाइक दिलाई और मैंने प्रतियोगिता में भाग लिया और पहले नंबर पर आया। अब तक, मैंने देश भर में 200 से ज्यादा प्रतियोगिताएं जीती हैं। इसमें सात नेशनल अवॉर्ड शामिल हैं।

रेसिंग के दौरान सैय्यद आसिफ अली।
दो दुर्घटनाओं में हाथ-पैर भी टूटे
आसिफ 1996 में एक बाइक दुर्घटना का शिकार हुए। जिसमें उनके हाथ में बाइक फ्रैक्चर हो गया, इससे उनके बाएं हाथ में एक रॉड डाली गई थी। 2000 में वह नेशनल राइडिंग इंडिया में हार गए, लेकिन आसिफ ने जीतने की ललक और दृढ़ता बनाए रखी। बाद में सालों में एक बार वह फिर से दुर्घटना में अपना पैर तुड़वा बैठे। इस कारण एक साल तक बिस्तर पर थे।
‘पिता ने बाइक बेच दी, लेकिन मैंने हार नहीं मानी
आसिफ ने कहा कि दुर्घटना के बाद, मेरे पिता ने बाइक बेची ताकि मैं बाइक चलाना बंद कर दूं लेकिन बाइक सवारी का मेरा जुनून मुझे नहीं रोक पाया और मैंने बाइक चलाना जारी रखा। कुछ समय बाद मैंने राज्य स्तरीय बाइक राइडिंग प्रतियोगिता में भाग लिया और पहले नंबर पर आया।
उनकी मेहनत से सब खुश हैं: पत्नी शायान
आसिफ की पत्नी शायान शाहिद ने कहा कि परिवार के सभी सदस्य बहुत खुश हैं, क्योंकि उनकी मेहनत का अच्छा फल मिला है। मैं आसिफ के लिए भाग्यशाली हूं, क्योंकि हमारी शादी के बाद उनके साथ एक भी दुर्घटना नहीं हुई। सरकार को बाकी खेलों की तरह बाइक राइडिंग को भी प्रोत्साहित करना चाहिए, तभी आसिफ जैसे राइडर आगे बढ़ सकेंगे।