IND vs AUS: नटराजन ने बताया, विकेट लेने के बाद आक्रामक दिखने की बजाय मुस्‍कुराते क्‍यों हैं

IND vs AUS: नटराजन ने बताया, विकेट लेने के बाद आक्रामक दिखने की बजाय मुस्‍कुराते क्‍यों हैं


नई दिल्ली. पिछले दो महीने में तमिलनाडु के 29 साल के पेसर टी नटराजन का नाम सुर्खियों में बना हुआ है. नटराजन घरेलू क्रिकेटर में पहले से जाना पहचाना नाम है, लेकिन इंडियन प्रीमियर लीग के 13वें सीजन में इस खिलाड़ी ने अपने यॉर्कर के दम पर अलग नाम बनाया. आईपीएल 2020 में सनराइजर्स हैदराबाद के लिए खेलते हुए उन्हें अपने यॉर्कर करने की खास कला से खासी लोकप्रियता मिली. आईपीएल में उनके प्रभावशाली परफॉर्मेंस के दम पर उन्हें ऑस्ट्रेलिया के महत्वपूर्ण दौरे के लिए नेट गेंदबाज के रूप में चुना गया. इसके बाद इस पेसर की किस्मत ने साथ दिया और उन्होंने वनडे और टी20 में अपना डेब्यू किया. यहां भी उन्होंने अपना कमाल दिखाया. टी20 सीरीज खत्म होने पर नटराजन ने बताया क्यों वह विकेट लेने के बाद आक्रामक नहीं होते और सिर्फ मुस्कुराते रहते हैं.

दरअसल, वरुण चक्रवर्ती के चोटिल होने के बाद टी नटराजन को टीम में खिलाड़ी के रूप में शामिल किया गया. बाएं हाथ के तेज गेंदबाज को पहले टी20 टीम में शामिल किया गया था और बाद में नवदीप सैनी की पीठ की ऐंठन के कारण उन्हें वनडे टीम में भी शामिल कर लिया गया. नटराजन ने निराश नहीं किया और अपने पहले अंतरराष्ट्रीय दौरे को यादगार बनाने के मौके को अच्छे से भुनाया. सलेम में जन्मे इस तेज गेंदबाज ने दिखाया कि वह सिर्फ एक ‘यॉर्कर किंग’ से ज्यादा हैं, क्योंकि उन्होंने अपनी गेंदबाजी की योजना को परिस्थितियों के अनुसार खूबसूरती से बदला. सनराइजर्स हैदराबाद के इस पेसर ने तीन मैचों की टी20 सीरीज में 6 विकेट लिए. उन्होंने दोनों टीमों के गेंदबाजों में सबसे ज्यादा विकेट लिए. तीन मैचों में खेलते हुए उनका इकोनॉमी रेट 6.91 का रहा. नटराजन ने सिर्फ एक वनडे मैच खेला और उसमें भी दो विकेट झटके.

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नटराजन ने बताया, क्यों नहीं मनाते उग्र जश्ननटराजन द्वारा लिए गए सभी विकेट महत्वपूर्ण थे. उन्होंने हर बार अलग स्टाइल में बल्लेबाज को पवेलियन लौटाया, लेकिन जो एक चीज नहीं बदली, वह थी उनके चेहरे की साधारण सी मुस्कान. भारत ने मंगलवार को टी20 सीरीज को 2-1 से जीतने के बाद नटराजन से इस बारे में पूछा गया कि वह उग्र अंदाज में जश्न क्यों नहीं मनाते? इस सवाल का जवाब देते हुए नटराजन ने कहा कि वह बचपन से ही ऐसे ही हैं.

नटराजन बोले- मैं बचपन से ऐसा ही रहा हूं
टी नटराजन ने कहा, ”बहुत सारे लोगों ने मुझसे यह सवाल पूछा है. मैं बचपन से ऐसा ही रहा हूं. मैं नहीं जानता कि कैसे आक्रामक तरीके से जश्न मनाया जाए, मुझे इसकी आदत नहीं है. मैं विकेट लेने के बाद सिर्फ मुस्कुराता हूं. इससे ज्यादा कुछ नहीं.” इसके अलावा टी नटराजन ने इस दौरे पर कहा कि उन्हें अच्छा प्रदर्शन करने का विश्वास हमेशा था. उन्होंने अपने साथियों से समर्थन के बारे में भी बात की, जिन्होंने उन्हें हर समय प्रेरित किया.

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नेट बॉलर के रूप में आया था, लेकिन मौका मिला
उन्होंने कहा, ”मैं बहुत खुश हूं. यह ऑस्ट्रेलिया की मेरी पहली यात्रा है. मुझे खुशी है कि मैंने एक अच्छे पक्ष के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन किया. मैं अपनी भावनाओं को शब्दों में व्यक्त नहीं कर सकता, मैं अपने प्रदर्शन से बहुत खुश हूं.” नटराजन ने आगे कहा, ”मुझे इस सीरीज से बहुत उम्मीद नहीं थी. मैं शुरू में नेट बॉलर के रूप में आया था. चोट के बाद (वरुण चक्रवर्ती की चोट) मुझे मौका मिला और मैं इसका सही से इस्तेमाल करना चाहता था. मैं आईपीएल में अच्छी फॉर्म में था और यही मेरे काम आया. सभी ने मुझे यहां प्रेरित किया. उन्होंने मुझे खूब समर्थन दिया और साथ ही मुझे आत्मविश्वास भी दिया.”

‘विश्वास था कि मैं अपने कटर और यॉर्कर्स के साथ अच्छा कर सकता हूं’
टी नटरजान ने कहा, ”मुझे अपनी ताकत पर भरोसा था. मुझे विश्वास था कि मैं अपने कटर और यॉर्कर्स के साथ अच्छा कर सकता हूं. मैंने कप्तान और विकेटकीपर के साथ चर्चा के दौरान विकेट की प्रकृति के बारे में भी पूछा था. उसी के हिसाब से मैंने खुद को ढाला और गेंदबाजी की. मैं पूरी तरह से मैं उन यॉर्कर और कटर के साथ अपनी गेंदबाजी के बारे में आश्वस्त था. मैंने आईपीएल 2020 में जो भी काम किया था, बस उसी को यहां करना चाहता था. मैं अपनी ताकत जानता हूं और उसे प्लान के मुताबिक करने के लिए आश्वस्त था.”





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