किसान आर्थिक मजबूत न हों तो जीडीपी जैसे आंकड़े बेमतलब: कमलनाथ

किसान आर्थिक मजबूत न हों तो जीडीपी जैसे आंकड़े बेमतलब: कमलनाथ


कमलनाथ ने कहा कि किसान देश की बुनियाद है. (फाइल फोटो).

एक दिन के प्रवास पर छिंदवाड़ा पहुंचे कमलनाथ (Kamal Nath) ने कहा कि हमें किसानों को आर्थिक मजबूती प्रदान करने की जरूरत है. उन्होंने यह भी कहा कि मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की पहचान कुछ और होनी चाहिए, भ्रष्टाचार (Corruption) और माफिया (Mafia) नहीं.   



  • Last Updated:
    December 10, 2020, 11:42 AM IST

छिंदवाड़ा. प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री (Chief Minister) कमलनाथ (Kamal Nath) ने कहा कि ‘किसान का दुखी होना बड़े दुख की बात है. देश की बुनियाद ही कृषि है.’ कमलनाथ गुरुवार को एक दिन के प्रवास पर छिंदवाड़ा पहुंचे. यहां एयरपोर्ट पर उन्होंने मीडिया से चर्चा की.

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मीडिया से कहा कि अगर कृषि क्षेत्र में आर्थिक मजबूती न हो तो जीडीपी जैसे आंकड़ों का कोई मतलब नहीं. माफिया के सवाल पर उन्होंने कहा कि मैंने यह इसलिए चलाया था क्योंकि मध्य प्रदेश की पहचान माफिया और भ्रष्टाचार से नहीं होनी चाहिए.

जमाखोर और मुनाफाखोरी बढ़ने की आशंका

गौरतलब है कि कांग्रेस पार्टी ने भी किसान संगठनों के भारत बंद का समर्थन किया था. पार्टी कार्यकर्ताओं ने हाल ही में जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन किया और किसानों की मांगों का ज्ञापन सौंपा था. उस वक्त पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा था कि केंद्र की मोदी सरकार किसानों से सहमति लिए बगैर तीन नए कृषि कानून लागू कर रही है. ये कानून किसान विरोधी हैं और इनके लागू होने से किसानों का भविष्य खराब हो जाएगा. उन्होंने कहा कि इन कानूनों में न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी का कोई जिक्र नहीं है. मंडी व्यवस्था खत्म हो जाएगी और कॉर्पोरेट जगत इसका फायदा उठाएगा. इस कानून से लोग जमाखोरी और मुनाफाखोरी करने लगेंगे.





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