सचिन तेंदुलकर अपने इन 3 मैचों की हाईलाइट्स देखना करते हैं पसंद

सचिन तेंदुलकर अपने इन 3 मैचों की हाईलाइट्स देखना करते हैं पसंद


सचिन तेंदुलकर ने बताया, कौन सी हैं उनकी फेवरेट पारियां

जब आपने 100 शतक और 34,000 अंतरराष्ट्रीय रन बना लिए हों तो आप किसे अपने बेहतरीन पारी चुनेंगे? जब सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) से यह सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उनके करियर की तीन पारियां ऐसी हैं, जिनकी हाईलाइट्स देखना उन्हें बहुत पसंद है.


  • News18Hindi

  • Last Updated:
    December 10, 2020, 8:14 PM IST

नई दिल्ली. जब आपने 100 शतक और 34,000 अंतरराष्ट्रीय रन बना लिए हों तो आप किसे अपने बेहतरीन पारी चुनेंगे? जब सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) से यह सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उनके करियर की तीन पारियां ऐसी हैं, जिनकी हाईलाइट्स देखना उन्हें बहुत पसंद है. तेंदुलकर हालांकि, पहले भी कई बार इस बात का खुलासा कर चुके हैं कि कौन सी पारियां उनके करीब हैं. उन्होंने बताया कि पर्थ में 1992 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 114 रन की पारी ने उन्हें आत्मविश्वास दिया था. 2008 में इंग्लैंड के खिलाफ नाबाद 108 रन की पारी भी बहुत अहम है, क्योंकि यह मुंबई हमलों के बाद खेली गई थी.

1999 के विश्व कप में केन्या के खिलाफ 140 रन की पारी मेरे लिए बहुत खास थी, क्योंकि मेरे पिता गुजर गए थे. वह मेरे करियर का सबसे भावुक पल था. बहुचर्चित डेजर्ट स्टॉर्म, 1998 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दो शतक, पाकिस्तान के खिलाफ 2003 के वर्ल्ड कप में 98 रन की पारी मेरे करियर का हाईलाइट हैं. अप्रैल 1998 में तेंदुलकर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लगातार दो शतक लगाए थे. तेंदुलकर ने 143 रन बनाए, लेकिन यह फाइनल में पहुंचने के लिए पर्याप्त नहीं थे.

कोरोना काल में गूगल सर्च की टॉप ट्रेंडिंग क्वेरी में रहा IPL 2020

सचिन तेंदुलकर ने फाइनल में टीम की जगह सुनिश्चित करने के लिए एक और शतक लगाया. दो दिन बात तेंदुलकर के बर्थडे पर शारजाह में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तेंदुलकर ने कोका कोला कप में 134 रन पारी खेली. पांच साल बाद विश्व कप में भारत और पाकिस्तान का मुकाबला था. इसमें तेंदुलकर ने शानदार 98 रन की पारी खेली. भारत यह मैच जीतकर विश्व कप में पाकिस्तान को हर बार हराने के रिकॉर्ड को बचाए रहा.सचिन तेंदुलकर ने सवाल जवाब सेशन में यूट्यूब चैनल पर कहा, ”शारजाह में 1998 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दो मैच खेले गए. सेमीफाइनल और फाइनल. हम क्वॉलिफाई करने के लिए हमें एक निश्चित स्कोर बनाना था.” उन्होंने कहा, ”अगर कोई और मैच याद करना हो तो मैं 2003 के विश्व कप के पाकिस्तान के खिलाफ मैच को याद करना चाहूंगा.”

संन्यास लेने के एक दिन बाद ही 5 बार की IPL चैंपियन मुंबई इंडियंस से जुड़े पार्थिव पटेल

तेंदुलकर ने पाकिस्तान के खिलाफ अपने पहले दौरे को याद करते हुए कहा, ”मेरी उम्र उस समय महज 16 साल थी. वह नवंबर-दिसंबर की बात है. पाकिस्तान के कुछ हिस्सों में अच्छी ठंड थी. हमने कुछ गर्म सामान खरीदा. हमने बहुत खाया. मैं उस समय ग्रो कर रहा था. मैं हर टेबल से खा रहा था. जब मैं वापस आया तो मैंने देखा कि मेरे परिवार के लोग मेरी परफॉर्मेंस से खुश थे.”





Source link