JABALPUR : महापौर पद अनारक्षित होते ही बढ़ गयी हलचल, ये नेता हैं रेस में

JABALPUR : महापौर पद अनारक्षित होते ही बढ़ गयी हलचल, ये नेता हैं रेस में


जबलपुर नगर निगम में बीजेपी का ही कब्ज़ा रहा है,

जबलपुर (jabalpur) नगर निगम चुनाव में अब तक बीजेपी (BJP) अपना परचम फहराती आई है. लेकिन इस बार जबलपुर के 4 विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस के विधायक हैं और राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा भी जबलपुर के हैं. लिहाजा कांग्रेस इस बार मजबूती से नगरीय निकाय चुनाव में मैदान में उतरेगी.

जबलपुर.महापौर (Mayor) पद के आरक्षण के साथ ही पूरे मध्य प्रदेश (MP) में नगरीय निकाय चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों में हलचल बढ़ गई है. भोपाल में बुधवार को प्रदेश के 16 नगर निगमों के लिए महापौर पद के लिए आरक्षण की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. जिसके बाद सभी नगर निगमों में प्रत्याशियों को लेकर तस्वीरें भी साफ होती नजर आ रही है. महापौर की कुर्सी तक पहुंचने का सपना देख रहे तमाम नेताओं ने अपनी दावेदारी पेश करना शुरू कर दिया. पेश है जबलपुर से ये रिपोर्ट.

मध्य प्रदेश में उपचुनाव खत्म होने के बाद ही नगरीय निकाय के चुनाव की तैयारियां शुरू हो चुकी थी. इंतजार था तो आरक्षण प्रक्रिया का. भोपाल में नगरीय निकायों के लिए आरक्षण की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. जिसके तहत जबलपुर नगर निगम की सीट अनारक्षित घोषित की गई है. यानी प्रमुख राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों के चयन के लिए सभी दरवाजे खुले हुए हैं. जबलपुर के लिए अब राजनीतिक दल किसी भी वर्ग किसी भी जाति या धर्म का प्रत्याशी चुन सकते हैं. जबलपुर नगर निगम के महापौर की कुर्सी पर अब तक बीजेपी का दबदबा रहा है. लिहाजा बीजेपी इस बार भी महापौर की कुर्सी हासिल करने में पूरी ताकत लगा देगी.

बीजेपी में लंबी कतार
जबलपुर में बीजेपी की ओर से महापौर पद की दावेदारी करने वाले नेताओं की फेहरिस्त पर नजर डालें तो उसमें पहला नाम डॉ जितेंद्र जामदार का सामने आता है जो आर एस एस के चहेते तो हैं ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान के करीबी भी माने जाते हैं. वहीं दूसरा बड़ा नाम अभिलाष पांडे का है जो वर्तमान में भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष हैं.इसके साथ ही पूर्व महापौर प्रभात साहू, पूर्व एमआईसी सदस्य कमलेश अग्रवाल, महिला मोर्चा अध्यक्ष अश्विनी परांजपे, बीजेपी प्रवक्ता शशिकांत शुक्ला, पूर्व महापौर सदानंद गोडबोले और पार्षद श्री राम शुक्ला का नाम प्रमुख रूप से लिया जा रहा है.कांग्रेस में इनकी है चर्चा

इधर बात कांग्रेस पार्टी की करें तो जबलपुर नगर निगम में कांग्रेस अब तक विपक्ष की भूमिका में ही रही है. मध्य प्रदेश में उपचुनाव से मिली हार के बाद कांग्रेस नगरीय निकाय चुनाव में बेहतर प्रदर्शन की तैयारी कर रही है. कांग्रेस की ओर से प्रमुख दावेदारों की बात करें तो पूर्व पार्षद जगत बहादुर अन्नु का नाम पहले नंबर पर लिया जा रहा है. जगत बहादुर अनु पूर्व वित्त मंत्री तरुण भनोट के खास माने जाते हैं. वही दूसरा नाम सौरव नाटी शर्मा का लिया जा रहा है जो विवेक तंखा के करीबी हैं. इस फेहरिस्त में नेता प्रतिपक्ष राजेश सोनकर, युवा नेता गौरव भनोट, शशांक दुबे का नाम भी शामिल है.

किसमें कितना है दम
जबलपुर नगर निगम चुनाव में अब तक बीजेपी अपना परचम फहराती आई है. लेकिन इस बार जबलपुर के 4 विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस के विधायक हैं और राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा भी जबलपुर के हैं. लिहाजा कांग्रेस इस बार मजबूती से नगरीय निकाय चुनाव में मैदान में उतरेगी. देखना होगा कि टिकट के लिए दावेदारी करने वाले नेता कितना दम चुनाव मैदान में दिखा पाते हैं.





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