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- 0001 Number Demand In Indore Is Highest, Sold 77 Times In Six Years, People Bought For Up To 12.50 Lakh
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इंदौर6 मिनट पहलेलेखक: गौरव शर्मा
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प्रतीकात्मक फोटो
- 0009 दूसरे नंबर पर, 0007 तीसरे नंबर पर लोगों की पसंद, हर सीरिज में इन नंबर की डिमांड लेकिन दूसरे ज्यादातर वीआईपी नंबर खाली
- आरटीओ… 2014 से शुरू हुई थी वीआईपी नंबर की नीलामी, हर सीरीज में 400 वीआईपी नंबर लेकिन ज्यादातर रहते हैं खाली, इंदौर में 40 हजार नंबर खाली
इंदौर में वाहनों में 0001 नंबर की डिमांड सबसे ज्यादा है। छह साल पहले वीआईपी नंबरों की नीलामी शुरू हुई थी, उसमें अब तक सबसे ज्यादा 77 बार यह नंबर बिक चुका है। इस नंबर की एक लाख रुपए कीमत है लेकिन नीलामी में यह नंबर सबसे ज्यादा 12.5 लाख रुपए तक भी बिक चुका है। इसके बाद 0007 और 0009 नंबर की डिमांड है। यह नंबर अब तक 35 और 39 बार नीलामी में बिक चुके है। 0007 नंबर तीन लाख और 0009 नंबर 2.01 लाख तक बिक चुका है।
इंदौर सहित प्रदेशभर में हर सीरिज के वीआईपी नंबरों की नीलामी से देने की प्रक्रिया मई-2014 से शुरू हुई थी। इसके बाद यह नंबर नीलामी से ही बेचे जा रहे है। इंदौर में सबसे ज्यादा वीआईपी नंबर कार में लोग ले रहे है। एआरटीओ अर्चना मिश्रा के अनुसार एक से नौ, 1111, 2222 सहित अन्य नंबरों की सबसे ज्यादा डिमांड है। 0001 नंबर सबसे ज्यादा बोली पर बिक भी चुका है।
जिस सीरीज का नंबर है उसी में होता है अलॉट, इसलिए खाली रह जाते हैं
पहले वीआईपी नंबर किसी भी सीरीज का कोई भी वाहन मालिक ले सकता था। हालांकि 2014 के बाद से जिस सीरीज का नंबर है उसी में अलॉट हो रहा है। यानी कार की सीरीज का नंबर कार, बाइक का बाइक, स्कूटर का स्कूटर में ही आवेदक ले सकते हैं। ऐसे में कार में तो ज्यादातर वीआईपी नंबर लोग ले लेते हैं लेकिन एग्रीकल्चर वाहन, स्कूटर आदि में यह नंबर खाली रह जाते हैं। परिवहन विभाग ने पहले प्रस्ताव भी बनाया था कि जो नंबर लगातार खाली रह रहे हैं उनको वीआईपी नंबरों की श्रेणी से बाहर किया जाए। साथ ही जो नंबर नहीं बिके उनकी कीमत कम की जाए। हालांकि ऐसा नहीं हुआ।
सबसे ज्यादा बाइक-स्कूटर में वीआईपी नंबर खाली

नीलामी में नहीं खरीदे… हर सीरीज में करीब 400 नंबर वीआईपी, लेकिन 70 फीसदी नंबर रहते हैं खाली
इंदौर में जहां कई नंबर डिमांड पर हैं, वहीं ज्यादातर ऐसे नंबर हैं जिनको नीलामी में कोई खरीदना नहीं चाहता। ऐसे में वीआईपी नंबरों की लिस्ट में शामिल यह नंबर खाली रह जाते हैं। इंदौर में 40 हजार 157 नंबर खाली हैं। प्रदेश में यह आंकड़ा सबसे ज्यादा है। दरअसल हर सीरीज में करीब 400 वीआईपी नंबर हैं। इन्हें 15 हजार से लेकर 1 लाख रुपए तक की मिनिमम ऑनलाइन नीलामी में बेचा जाता है। 400 में से 120-150 नंबर तक ही बिकते हैं बाकी नंबर खाली रह जाते हैं। {इंदौर आरटीओ में भले ही वीआईपी नंबर खासकर 0001 नंबर काफी पसंद है। इसे 12.5 लाख तक कीमत पर खरीद भी चुके हैं लेकिन दूसरे राज्यों में इसे और ज्यादा पसंद किया जा चुका है।
प्रदेश में सबसे ज्यादा वीआईपी नंबर इंदौर आरटीओ में खाली

(जानकारी परिवहन विभाग के अनुसार)