मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा कि प्रदेश ने वर्ष 2003 के बाद अधोसंरचना, कृषि, सिंचाई और औद्योगिक विकास के क्षेत्र में नये कीर्तिमान स्थापित किए हैं.
गोपाल भार्गव (Gopal Bhargava) ने कहा कि सभी विभागों ने 30 दिन के टारगेट को पूरा कर लिया है. अब अगला टारगेट 90 दिन और 3 साल का है. साल 2023 तक मध्यप्रदेश में सभी टारगेट पूरे कर लिए जाएंगे.
गोपाल भार्गव ने कहा कि प्रदेश ने वर्ष 2003 के बाद अधोसंरचना के साथ-साथ कृषि, सिंचाई, औद्योगिक विकास के क्षेत्र में नये कीर्तिमान स्थापित किए हैं, लेकिन विकास एक सतत् प्रक्रिया है. नई तकनीकों के ईजाद हो जाने पर संसाधनों को बेहतर बनाने का क्रम लगातार जारी रहता है. उन्होंने कहा कि जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आत्मनिर्भर भारत का विजन देश को दिया तो उस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए मध्यप्रदेश सरकार द्वारा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में “आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश” का रोडमेप तैयार किया गया और इस पर तेजी से काम भी प्रारंभ हो गया है.
विभागों को मिले टारगेट
आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश के रोडमैप को पूरा करने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सभी विभागों के मंत्रियों को टारगेट सेट करने के लिए कहा है और सभी विभाग इस टारगेट पर काम कर रहे हैं. गोपाल भार्गव ने कहा कि सभी विभागों को दिए गये 30 दिन के टारगेट को पूरा किया जा चुका है. अब अगला टारगेट 90 दिन और 3 साल का है. साल 2023 तक मध्यप्रदेश में सभी टारगेट पूरे कर लिए जाएंगे.सीएसआर ज़रूरी
कार्यक्रम के दौरान गोपाल भार्गव ने कहा कि औद्योगिक विकास गतिविधियों के साथ-साथ औद्योगिक संस्थाओं को सामाजिक क्षेत्र में काम करने की जरूरत है. नागरिकों में भी अपने सामाजिक दायित्व बोध जगाने की आवश्ययकता है. तभी हम आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश से आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को प्राप्त कर सकेंगे. उन्होंने वर्चुअल कॉनक्लेव के माध्यम से सम्मिलित हो रहे उद्योगपतियों से प्रदेश के विकास में खुले दिल से भागीदारी दर्ज कराने की अपील की. एक आंकड़े के मुताबिक मध्यप्रदेश में बीते 5-6 वर्षों में अधोसंरचना सहित अन्य सेक्टर में लगभग 5 लाख करोड़ से अधिक निवेश हुआ है. इसको और आगे ले जाने का रोडमेप प्रदेश में तैयार किया गया है.