जबलपुर का मौसम: शहर ने ओढ़ी धुंध की चादर, चौथे दिन भी नहीं खिली धूप, संभाग में कहीं-कहीं बूंदाबांदी

जबलपुर का मौसम: शहर ने ओढ़ी धुंध की चादर, चौथे दिन भी नहीं खिली धूप, संभाग में कहीं-कहीं बूंदाबांदी


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जबलपुर21 मिनट पहले

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इस तरह सुबह छाई रही धुंध

  • सर्द हवाओं के कारण सुबह से महसूस हाे रही ठंडक, पूर्वी हवा छह किमी की रफ्तार से चल रही

जिले में पिछले चार दिनों से बादल छाए हुए हैं। मंगलवार को भी धूप नहीं निकली। शहर ने धुंध की चादर सी ओढ़ रखी है। छह किमी की रफ्तार से चल रही पूर्वी हवाओं ने मौसम में ठंडक घोल दी है। हालांकि सोमवार रात को न्यूनतम तापमान 16.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ, जो एक दिन पहले के तापमान से लगभग दो डिग्री सेल्सियस कम रहा। वहीं अधिकतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस के लगभग बना हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार अगले 48 घंटे में बादल छंट जाएंगे और तब ठंड बढ़ेगी।

हवाओं में घुली नमी से ठंडक का अहसास

जानकारी के अनुसार आसमान में छाए हल्के बादलों की वजह से मंगलवार को लगातार चौथे दिन भी धूप नहीं निकली। पहाड़ों से आ रही सर्द हवाओं में अरब सागर की ओर से आ रही नमी भरी हवा मिल रही है। इससे सर्द हवाओं का उतना असर नहीं दिख रहा है। हालांकि रात और सुबह सिहरन बढ़ गई। अधारताल मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार न्यूनतम तापमान अब भी सामान्य से छह डिग्री सेल्सियस अधिक बना हुआ है। सुबह की आर्द्रता 82 प्रतिशत बनी हुई है। वहीं विजिबिलिटी चार किमी थी। दमोह, सागर, मंडला, छिंदवाड़ा, सतना, सीधी व जबलपुर के ग्रामीण क्षेत्रों में दो से तीन मिमी बारिश रिकार्ड हुई।

दक्षिणी राजस्थान पर सक्रिय है चक्रवात

मौसम विभाग के सहायक वैज्ञानिक देवेंद्र कुमार तिवारी ने बताया कि वर्तमान में पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान के आसपास एक चक्रवातीय परिसंचरण के रूप में समुद्र तल से 3.1 किमी व 4.5 किमी की ऊंचाई के मध्य सक्रिय है। दक्षिणी राजस्थान के ऊपर समुद्र तल से 1.5 किमी की ऊंचाई पर एक अन्य चक्रवातीय परिसंचरण सक्रिय है। वहीं मध्य अरब सागर, दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी तथा दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी में भी चक्रवातीय परिसंचरण सक्रिय हैं। इसी के चलते मौसम में इस तरह का बदलाव बना हुआ है।



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