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ग्वालियर7 मिनट पहले
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नकली प्लाज्मा रैकेट का मास्टर माइंड अजय शंकर त्यागी
- -शुक्रवार रात कलेक्टर ने की घोषणा
आखिरकार लाल खून का काला कारोबार करने वाले अजय त्यागी पर कलेक्टर ने रासुका (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) की घोषणा कर दी है। शुक्रवार रात कलेक्टर ग्वालियर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने यह घोषणा की है। अब अगले 6 महीने तक अजय को न्यायिक हिरासत में रहना होगा। दो दिन पहले ही पुलिस ने उसके खिलाफ रासुका की कार्रवाई के लिए प्रस्ताव पेश किया था। सिर्फ दो दिन में उस पर यह लागू भी कर दिया गया है।
अपोलो अस्पताल में 10 दिसंबर की सुबह दतिया के कारोबारी मनोज अग्रवाल की नकली प्लाज्मा चढ़ाने के बाद मौत हुई थी। उन्हें 3 दिसंबर को कोरोना संक्रमित पाए जाने पर अपोलो अस्पताल में भर्ती किया गया था। इस मामले में पड़ाव थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर नकली प्लाज्मा बनाकर लाखों रुपए कमाने वाले अजय शंकर त्यागी, उसके साथी महेश और जगदीश को गिरफ्तार किया था। इसके बाद दो साथी देवेन्द्र गुप्ता व अशोक को भी हिरासत में लिया था। इस पूरे रैकेट का मास्टर माइंड अजय शंकर त्यागी था। यही नकली प्लाज्मा बनाता था। इस पर पुलिस ने रासुका लगाने दो दिन पहले प्रस्ताव कलेक्टर के पास भेजा था। जिस पर शुक्रवार को कलेक्टर ग्वालियर कौशलेन्द्र सिंह ने हस्ताक्षर कर रासुका लगा दी है।
पुलिस ही फरियादी बन गई हम कहां है
इधर मृतक कारोबारी के साले अखिलेश गुप्ता ने आरोप लगाया है कि उन्हें तो शुक्रवार को ही पता लगा है कि बहनोई की मौत के मामले में असल फरियादी पड़ाव थाना का एसआई मुकेश कुमार है। हमें तो गवाह बनाया गया है। पुलिस तो पहले से ही अपोलो अस्पताल का बचाव कर रही है। ऐसे में केस पहले ही कमजोर कर दिया जाएगा। पुलिस कैसे फरियादी बन सकती है।