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इंदौर5 घंटे पहले
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भय्यू महाराज ने जून 2018 में अपने घर में खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी।
भय्यू महाराज की मौत के मामले में शुक्रवार को उनके अनुयायी मनमीत सिंह अरोरा का प्रतिपरीक्षण किया गया। मनमीत ने कहा कि भय्यू महाराज का सबसे खास सेवादार विनायक था। मौत से कुछ घंटे पहले ही मेरी बात महाराज से हुई थी। उन्होंने कुहू को एयरपोर्ट से लेकर आने को कहा था। इसके अलावा महाराष्ट्र से आने वाले कुछ लोगों को भी रिसीव करने को कहा था। बातों के दौरान वे किसी भी प्रकार के तनाव में नहीं लग रहे थे।
आरोपी शरद के वकील धमेंद्र गुर्जर ने मनमीत से जब पूछा कि महाराज शरद और अन्य करीबियों के बारे में क्या बातें करते थे। उन्होंने कभी किसी को लेकर नाराजगी जाहिर की थी क्या। इस पर मनमीत ने कहा कि महाराज के साथ 20 से 25 बार से दो से तीन की दिन की यात्रा की। लेकिन उन्होंने कभी भी सेवादार शरद या विनायक को लेकर कोई नाराजगी जाहिर नहीं की। इतना ही नहीं उसने बताया कि विनायक तो महाराज का सबसे खास सेवादार था। शरद कभी महाराष्ट्र तो कभी इंदौर में रह करता था। वहीं, मामले में डाॅ. आयुषी को 21 दिसंबर को कोर्ट में बयान देना है।
उल्लेखनीय है कि जून 2018 में महाराज ने अपनी लाइसेंसी रिवाल्वर से बायपास स्थित टाउनशिप के बंगले में आत्महत्या कर ली थी। घटना के करीब छह महीने बाद पुलिस ने उनके घर में सेवक के रूप में रहने वाली पलक के खिलाफ भी केस दर्ज किया था।