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टीकमगढ़16 घंटे पहले
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ओरछा| मुख्य द्वार सहित मंदिर और ओरछा को सजाया दुल्हन की तरह।
- आरती में 10 किग्रा की बंदूक कंधे पर लेकर 10 मिनट तक खड़े रहते हैं
बुंदेलखंड की अयोध्या ओरछा में इस समय तीन दिवसीय श्रीराम विवाह पंचमी का कार्यक्रम चल रहा है। शुक्रवार को श्रीरामराजा सरकार के विवाह के पहले मंडप पूजन कार्यक्रम हुआ। शनिवार को श्री राम राजा सरकार दूल्हा बनकर नगर भ्रमण करते हुए जानकी मंदिर पहुंचेंगे। इसके पहले मुख्य द्वार पर श्री राम राजा सरकार को एसएएफ के जवान सशस्त्र सलामी देंगे।
शुक्रवार को दैनिक भास्कर टीम ने ओरछा पहुंचकर रामराजा सरकार की सेवा में लगे एसएएफ के जवानों से चर्चा की, तो जवानों ने अपने मन की बात कुछ इस तरह बयां करते हुए कहा कि रामराजा सरकार को दिन में 4 पहर सहस्त्र पुलिस द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाता है। सुबह 8 बजे बाल भोग आरती के साथ जब रामजी का दरबार खुलता है, श्रीरामराजा को सलामी देते समय हमारा मन तो प्रसन्न रहता ही है, लेकिन जैसे ही पंडित रमाकांत शरण महाराज घंटी की आवाज के साथ श्रीरामराजा के पट खोलते हैं, सबसे पहले श्रीराम के चरण कमलों के दर्शन के साथ श्रीरामराजा दरबार के दर्शन होते हैं, रामराजा सरकार की दाएं तरफ लक्ष्मण, उर्मिला, सुमंत जी विराजमान हैं।
वहीं बाय तरफ बैठी माता सीता और सिंहासन की सीढ़ियों पर हाथ जोड़े सेवक मुद्रा में हनुमान जी, जामवंत के साथ रामराजा सरकार के दर्शन होते हैं। दोपहर 12 बजे राजभोग आरती, शाम 7 बजे संध्या आरती और रात 9:30 बजे शयन आरती में सरकार को सहस्त्र सलामी दी जाती है। इस दौरान श्रीरामराजा के सामने अपने आप को दास मानकर सलामी देते समय आंखें छलक आती हैं। आरती के दौरान करीब 10 किग्रा वजनी बंदूक कंधे पर 10 मिनट तक एक सी स्थिति लिए खड़े रहते हैं। इस दौरान दर्शनार्थी मनोभाव से प्रभु श्रीरामराजा सरकार को फूल, माला चढ़ाते हैं, जो कई बार हम लोगों के ऊपर भी गिरते हैं। पीछे से प्रभु श्रीरामराजा सरकार की जयघोष सुनते ही शरीर चैतन्य हो जाता है, रोम-रोम प्रफुल्लित हो जाता है।
1 दिन में 4 बार रामराजा को सलामी देते हैं। पिछले डेढ़ सालों से ओरछा रामराजा मंदिर में ड्यूटी दे रहा हूं। ओरछा आकर भगवान की सेवा करने का मौका मिला है। इससे बड़े सौभाग्य की बात और कोई हो ही नहीं सकती। ड्यूटी बदलती रहती है। कभी महीने में तीन बार ही ड्यूटी लगती है या फिर एक साथ 15 दिन भी लग जाती है। अब तक 5 सौ से अधिक बार सरकार को सलामी दे चुका हूं। सलामी देते समय अयोध्या सा प्रतीत होता है। सुबह होते ही ऐसा लगता है कब मंदिर पहुंचकर श्री रामराजा सरकार का दर्शन है हो। कभी सोचा नहीं था, कि सरकार की सेवा करने का मौका मिलेगा।
(जैसा एसएएफ जवान द्र सेंगर, मनीष दुबे, कृष्णकांत राजपूत ने बताया)

टीकमगढ़| श्रीराम विवाह पंचमी के पहले पूजन हुआ।
शुक्रवार को कलेक्टर भार्गव ने मंडपाच्छादन कर पूजन किया
शुक्रवार को कलेक्टर आशीष भार्गव ने मंडपाच्छादन कर विधि पूर्वक पूजन किया। खंभ स्थापना में पूर्व वाणिज्यकर मंत्री बृजेंद्र सिंह राठौर शामिल हुए। कोरोना संक्रमण के मद्देनजर राम-जानकी विवाह महोत्सव के दौरान होने वाली पंगत के स्थान पर श्री रामराजा मंदिर धर्मशाला में शाम 5 बजे से बूंदी का प्रसाद वितरित किया गया। इस मौके पर धार्मिक नगरी ओरछा को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा रहा है।
रीवा के जिला न्यायाधीश ने सुनाई श्रीराम के ओरछा आने की कहानी
ओरछाधीश श्री रामराजा सरकार के ओरछा आगमन की कथा के साथ श्री रामचरित मानस की भाव विभोर प्रसंगों एवं संगीतमयी भजनों की प्रस्तुतियों हुई। मानस वक्ता जिला न्यायाधीश रीवा अरूण कुमार सिंह ने रामराजा सरकार के ओरछा आगमन की कथा कही। इसके बाद प्रांतीय कलाकार संघ मप्र द्वारा बुंदेलखंड के प्रख्यात कलाकारों द्वारा लोक भजनों की प्रस्तुतियां दी गई। जिसमें कुलदीप तिवारी व रामलखन सेन द्वारा अनुपम भजन प्रस्तुत किए गए।
रात 8 बजे निकलेगी बारात 11-1 की गार्ड देगी सलामी
शनिवार को रात 8 बजे घोड़े, हाथी, ढोल नगाड़े, गाजेबाजों और राजशी ठाटबाट के साथ श्री रामराजा सरकार की बारात निकलेगी। मंदिर से बाहर सशस्त्र पुलिस बल की 11-1 की गार्ड सलामी देगी। इसके बाद श्रीरामराजा जनक भवन मंदिर के लिए निकलेंगे। जहां मंदिर के पुजारी पं. हरीश दुबे राजा जनक के रूप में दूल्हा सरकार का टीका कर बारात की अगुवानी करेंगे।