Ads से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
इंदौर4 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
आरोपी को फांसी की सजा दिलाने की कोशिश में पुलिस
- पुलिस कोशिश में है कि आरोपी को फांसी की सजा मिले
- धनंजय पर अब लूट का मामला भी दर्ज करेगी पुलिस
एरोड्रम थाने में बंद शर्मा दंपती हत्याकांड का आरोपी धनंजय उर्फ डीजे पुलिस से बार-बार पूछ रहा है कि कहीं प्रेमिका की जमानत तो नहीं हो गई। जब सिपाही ने वजह पूछी तो बोला, जमानत होने पर भी घर मत भेजना, वरना भाई ही उसे मार देगा।
उधर, आरोपी को घटना का कोई मलाल नहीं है। रातभर हवालात में खर्राटे मारकर सोता रहा। उससे मिलने सुबह परिवार के लोग आए, लेकिन सभी को भगा दिया गया। पुलिस अब उस पर लूट का केस भी दर्ज करेगी।
पिता पर भी था हत्या का आरोप
धनंजय के पूर्व उपसरपंच पिता पर हत्या का आरोप लगा था, जिसमें वे बरी हो गए। काफी प्रॉपर्टी होने से ज्यादा तनाव नहीं था। वह सेकंड ईयर का छात्र है। परिवार पर असर नहीं है, बेटे का भोजन लेकर रोज थाने पहुंच जाते हैं।
बेटी अटैचमेंट डिसऑर्डर की शिकार: डॉ. उज्ज्वल सरदेसाई, मनोचिकित्सक
1. घर का माहौल अशांत था। माता-पिता के विवाद, घर की बंदिशें, पिता की शराब की लत व मां के व्यवहार से बेटी में अटैचमेंट डिसऑर्डर की स्थिति बनी।
2. पहले डिप्रेशन डेवलप हुआ, तब उसे किसी अपने की जरूरत थी। अफेयर चल ही रहा था, इसलिए उसे प्रेमी से वह अपनापन मिला जो घर में मिलना चाहिए था।
3. मां से अपेक्षा पूरी नहीं हुई पिता की बुरी लत के कारण उसे मां से काफी अपेक्षा थी, लेकिन दोनों से ही बात बन नहीं सकी।
4. जब भी डांट या मार पड़ी होगी तो उसे सहानुभूति नहीं मिली होगी। प्रेम की जानकारी मिलने पर माता-पिता आक्रोशित हुए। वह आक्रामक हुई। दिमाग में क्राइम सीन क्रिएट किए।