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गोहद2 घंटे पहले
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मौ रोड पर दंदरौआ मोड़ के पास ट्रैफिक जाम करते आक्रोशित ग्रामीण।
- गोहद क्षेत्र में मुरार-चितौरा रोड पर ट्रैक्टर चालक ने बाइक सवार पिता पुत्र को मारी दी थी टक्कर
- आक्रोशित ग्रामीणों ने मौ रोड पर 2 घंटे रखा ट्रैफिक जाम, लोग बोले- परिजन को दें आर्थिक सहायता और नौकरी
गोहद के केशवपुरा गांव में शनिवार की सुबह करीब 7 बजे जब हादसे में मृत पिता के अंतिम संस्कार की तैयारी चल रही थी, तभी इसी हादसे में घायल उनके बेटे की मौत की खबर आ गई। ऐसे में पहले से गमगीम माहौल में हालात और खराब हो गए।
आक्रोशित ग्रामीणों ने दोपहर करीब 2.30 बजे मौ रोड पर दंदरौआ मोड़ के पास ट्रैफिक जाम कर दिया। सूचना मिलने पर गोहद और मौ पुलिस मौके पर पहुंची। ग्रामीणों की मांग थी कि मृतकों के परिजन को 5-5 लाख रुपए आर्थिक सहायता और सरकारी नौकरी दी जाए। गोहद विधायक मेवाराम जाटव, नायब तहसीलदार निशिकांत जैन और पुलिस अधिकारियों के आश्वासन पर शाम करीब 4.30 बजे ग्रामीण सड़क से हटने को तैयार हुए। इस दौरान सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गई।
दरअसल शुक्रवार की दोपहर करीब तीन बजे केशवपुरा निवासी पंचम सिंह (60) पुत्र रामचरण सिंह, उनके बेटे सरनाम (29) और सरनाम का दोस्त सचिन पुत्र भूप सिंह ग्वालियर मुरार से वापस अपने गांव आ रहे थे। वे चितौरा-मुरार रोड पर ककरारी का पुरा पर रघुवीर सिंह गुर्जर के मकान के सामने पहुंचे ही थे कि सामने से तेज रफ्तार में आ रहे आयशर ट्रैक्टर के चालक ने उनकी बाइक काे टक्कर मार दी। हादसे में पंचम सिंह की मौके पर ही मौत हो गई जबकि सरनाम सिंह और सचिन बुरी तरह घायल हो गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों घायलों को इलाज के लिए गोहद अस्पताल भिजवाया जहां से दोनों को ग्वालियर के लिए रैफर कर दिया गया। ग्वालियर के जयारोग्य अस्पताल में इलाज के दौरान शनिवार की सुबह सरनाम ने भी दम तोड़ दिया। जब शनिवार की सुबह 7 बजे गांव में पंचम सिंह के अंतिम संस्कार की तैयारी चल रही थी कि तभी सरनाम की मौत की सूचना आई। इससे लोग आक्रोशित हो गए।
मकान में चोरी की सूचना पर गए थे ग्वालियर
ग्रामीणों के मुताबिक, सरनाम सिंह जोधपुर में पानीपूरी का ठेला लगाता था। वह 16 दिसंबर बुधवार को ही अपने गांव आया था। शुक्रवार को उनके ग्वालियर में मुरार स्थित मकान में चोरी होने की सूचना पर सरनाम सिंह अपने पिता पंचम सिंह के साथ बाइक से ग्वालियर गया था। दोपहर के समय वे लौट रहे थे, तभी यह हादसा हो गया।
ग्रामीण बोले- अब परिवार में नहीं बचा कोई कमाने वाला, इसलिए दी जाए नौकरी
ट्रैफिक जाम करने वाले केशवपुरा के लोगों ने बताया कि पंचम सिंह के परिवार का भरण पोषण करने वाला अकेला सरनाम सिंह था। पिता-पुत्र के निधन के बाद पंचम सिंह की पत्नी शांतिबाई, सरनाम सिंह की पत्नी कमलेश, उसके बेटे शिवम (6), टीटू (4), बेटी तमन्ना (5) का भरण पोषण करने वाला कोई नहीं बचा है। इसलिए ग्रामीणों ने मांग की कि दोनों मृतकों के वारिसों को 5-5 लाख रुपए आर्थिक सहायता, सरनाम की पत्नी व बेटे को सरकारी नौकरी दी जाए। इसके अलावा ट्रैक्टर चालक के खिलाफ नामजद हत्या का मामला दर्ज किया जाए।
हालांकि मौके पर पहुंचे गोहद विधायक मेवाराम जाटव ने दोनों मृतकों के वारिसों को 10-10 हजार रुपए विधायक निधि से देने की बात कही। नायब तहसीलदार निशिकांत जैन और मौ थाना के सब इंस्पेक्टर रामबाबू यादव ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि पीड़ित परिवार को सरकार के नियमों के तहत पूरी सहायता उपलब्ध कराई जाएगी तब ग्रामीण माने और ट्रैफिक जाम खोला गया। इस दौरान बड़ी संख्या में वाहन चालक जाम में फंसे रहे।