सचिन तेंदुलकर ने याद किया अपना पहला ऑस्ट्रेलियाई दौरा, बोले- उस दौरे ने मुझे एक खिलाड़ी के रूप में बदल दिया

सचिन तेंदुलकर ने याद किया अपना पहला ऑस्ट्रेलियाई दौरा, बोले- उस दौरे ने मुझे एक खिलाड़ी के रूप में बदल दिया


सचिन तेंदुलकर ने बताया, कैसे उन्होंने अपने पहले ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर गेंदबाजों को खेला (Sachin Tendulkar/Instagram)

सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने बताया कि किस तरह उन्होंने ऑस्ट्रेलियन गेंदबाजों का सामना करने की योजना बनाई थी. ऐसे गेंदबाजों के खिलाफ, जिन्हें खेलते देखकर वह बड़े हुए थे.


  • News18Hindi

  • Last Updated:
    December 21, 2020, 1:48 PM IST

नई दिल्ली. विराट कोहली (Virat Kohli) एंड कंपनी के लिए ऑस्ट्रेलियाई दौरा 2020-21 (India vs Australia) अब तक यादगार नहीं रहा है. ऑस्ट्रेलिया ने पहले वनडे सीरीज में भारत को 2-1 से हराया. इसके बाद भारत ने टी-20 सीरीज 2-1 से जीती, लेकिन एडिलेड (Adelaide Test) में पहले ही टेस्ट में भारत को 8 विकेट से हार का सामना करना पड़ा. भारत बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के 4 टेस्ट मैचों की सीरीज में 1-0 से पीछे हो गया. ऑस्ट्रेलियन पेस बैटरी ने भारतीय बल्लेबाजों की कड़ी परीक्षा ली. एडिलेड टेस्ट में दूसरी पारी में भारत 9 विकेट पर केवल 36 रन बना पाया. भारत की इस हार के बाद मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने 1991 के अपने पहले टेस्ट दौरे को याद किया और कहा कि यह उनके लिए एक बड़ा सबक था.

सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने बताया कि किस तरह उन्होंने ऑस्ट्रेलियन गेंदबाजों का सामना करने की योजना बनाई थी. ऐसे गेंदबाजों के खिलाफ, जिन्हें खेलते देखकर वह बड़े हुए थे. इस पहले दौरे एक खिलाड़ी के रूप में बिल्कुल बदल दिया और उन्हें सिखाया कि उच्च स्तर पर चुनौतियों का सामना कैसे करना चाहिए.

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लीजेंडरी क्रिकेटर ने यूट्यूब पर एक वीडियो में कहा, ”उस समय ऑस्ट्रेलियन टीम टाप क्लास गेंदबाज थे, जिन्हें खेलते देखकर मैं बड़ा हुआ था. 1987-88 में मैं बच्चा था, लेकिन अचानक 1991-92 में मैं इन्हीं गेंदबाजों के खिलाफ खेल रहा था. मैं जानता था कि आउट होने के बाद कोई मेरी उम्र की बात नहीं करेगा. वे मुझे आउट करने की हर संभव कोशिश कर रहे थे. मैं सभी चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार था. इस दौरे में मुझे एक खिलाड़ी के रूप में एकदम बदल दिया.”Ind vs Aus: जानिए कौन हैं जॉनी मुलाग? जिनके नाम पर दूसरे टेस्ट के मैन ऑफ द मैच को मिलेगा मेडल

बता दें कि भारत यह सीरीज 4-0 से हार गया था, लेकिन सचिन तेंदुलकर ने इस सीरीज में अपनी गहरी छाप छोड़ी थी. 18 वर्षीय सचिन ने इस दौरे पर दो शतक लगाए. उन्होंने सिडनी में 148 और पर्थ में 114 रन की पारी खेली. सचिन ने कहा, ”मैंने अपने आपको विकसित किया. मैंने सोचा कि हर बाल गेंद के ऊपर आने की क्या जरूरत है. आप गेंद के नीचे आकर भी शॉट खेल सकते हो. पेस का सही इस्तेमाल कर सकते हो. मैंने स्लिप के और गली के ऊपर से रन बनाए.”





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