एडिलेड टेस्ट की दोनों पारियों में पृथ्वी शॉ बोल्ड हुए हैं.
टीम इंडिया (Team) के ऑस्ट्रेलियाई दौरे (Australia Tour) से पहले पूर्व भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद कैफ ने भारतीय टेस्ट ओपनर पृथ्वी शॉ (Prithvi Shaw) को खास सलाह दी थी.
- News18Hindi
- Last Updated:
December 22, 2020, 11:08 AM IST
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में दिल्ली कैपिटल्स की ओर से खेलते हुए शॉ को इसी तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ा था. दिल्ली कैपिटल्स के सहायक कोच मोहम्मद कैफ ने सोनी स्पोर्ट्स नेटवर्क से बातचीत में बताया है कि उन्होंने पृथ्वी शॉ को आईपीएल 2020 के फाइनल से पहले सलाह दी थी.
इस वजह से पहले टेस्ट में पृथ्वी शॉ को हुई कठिनाई
कैफ ने कहा, “आपकी तकनीक निश्चित तौर पर अच्छी गेंद खेलने मे आपकी मदद करती है. भारत में आपको मूवमेंट वाली गेंदें खेलनी को नहीं मिलती और ऐसी गेंदों का सामना शॉ को स्टॉर्क और कमिंस के सामने करना पड़ रहा है. वे दुनिया के बेहतरीन गेंदबाजों में से हैं जो 145 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद फेंकते हैं. यह पहली बार है जब शॉ पिंक बॉल टेस्ट मैच खेल रहे हैं और वह भी ऑस्ट्रेलियाई धरती पर. इस वजह से कठिनाई आना तय था.”पृथ्वी शॉ को कैफ ने दी थी ये सलाह
भारत के पूर्व क्रिकेटर मोहम्मद कैफ ने आईपीएल 2020 के फाइनल से पहले पृथ्वी शॉ से बातचीत की थी. उन्होंने शॉ से कहा, “जब आप रन बना रहे होते हैं तो आप नेट्स में कम समय बिता सकते हैं. ब्रेक ले सकते हैं और रिकवरी कर सकते हैं. लेकिन जब आप आउट ऑफ फॉर्म होते हैं और रन नहीं बना रहे होते तब फिर वह सचिन हो या द्रविड़, हम सभी नेट्स में अतिरिक्त समय बिताते हैं.”
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उन्होंने आगे कहा, “आप नई गेंद के खिलाफ खेलते हैं तो गेंदबाजों को नेट्स पर गेंदबाजी करने के लिए बुलाएं. मैंने पृथ्वी शॉ से कहा कि जब आप अपनी फिटनेस पर ध्यान देते हैं, तो अतिरिक्त कैच लेते हैं, अतिरिक्त बल्लेबाजी करते हैं, दौड़ते हैं और जिम में ट्रेनिंग लेते हैं तो आप अपने दिमाग को भी प्रशिक्षित करते हैं.”
पहले टेस्ट में सिर्फ 6 गेंदों का सामना कर पाए पृथ्वी शॉ
21 वर्षीय पृथ्वी शॉ एडिलेड टेस्ट की पहली पारी में दो और दूसरी पारी में सिर्फ चार गेंदों का ही सामना कर पाए. दाएं हाथ का यह बल्लेबाज अंदर आती गेंदों पर परेशानी का सामना कर रहा है. उनकी हाई बैकलिफ्ट की वजह से अक्सर पैड और बल्ले के बीच कुछ जगह बच जा रही है जहां गेंदबाज उन्हें निशाना बना रहे हैं. शॉ को दोनों पारियों एक ही तरीके से मिचेल स्टार्क और पैट कमिंस ने बोल्ड किया.