सुनील गावस्कर ने यह दावा किया कि अश्विन टीम की बैठकों में अपनी बात कह पाने की पीड़ा भुगत रहे हैं. गावस्कर ने कहा कि सीनियर स्पिनर को एक औसत परफॉर्मेंस के बाद ड्रॉप कर दिया जाता है, जबकि बल्लेबाज खराब प्रदर्शन के बावजूद खेलते रहते हैं.
Source link